सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को लेकर भारत के पूर्व चीफ जस्टिस यूयू ललित का बड़ा बयान आया है।
चीफ जस्टिस ने इसी कार्यक्रम में जजों पर सरकार के दबाव को लेकर पूछे गए सवाल का भी जवाब दिया था। उनसे पूछा गया था कि क्या उन्होंने सीजेआई के तौर पर काम करते हुए कार्यपालिका पर दबाव को महसूस किया है? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल नहीं। चीफ जस्टिस के रूप में न्यायाधीश होने के अलावा आपने जो अतिरिक्त कार्यभार धारण किया है वह प्रमुख होने का है। उनके अनुसार, वह बेंचों का गठन कर सकते हैं। मामलों को सूचीबद्ध कर सकते हैं। यह उनका विशेषाधिकार है। प्रशासनिक पक्ष निश्चित रूप से कॉलेजियम की बैठक है। वह वो है, जो बैठक बुलाता है, प्रस्ताव बनाता है कि न्यायाधीश कौन होगा आदि… ‘
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