WordPress database error: [The table 'wp_post_views' is full]
INSERT INTO wp_post_views (id, type, period, count) VALUES (37451, 0, '20240508', 1) ON DUPLICATE KEY UPDATE count = count + 1

WordPress database error: [The table 'wp_post_views' is full]
INSERT INTO wp_post_views (id, type, period, count) VALUES (37451, 3, '2024', 1) ON DUPLICATE KEY UPDATE count = count + 1

सिद्धू मूसेवाला की हत्यारे लारेंस बिश्नोई के केस न लड़ने का वकीलों ने किया बहिष्कार - The gulfindians - Hindi
Breaking News

सिद्धू मूसेवाला की हत्यारे लारेंस बिश्नोई के केस न लड़ने का वकीलों ने किया बहिष्कार

सिंगर मूसेवाला की हत्या का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। जेल में बंद गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के पिता ने सोमवार को गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में दिल्ली की एक अदालत के ट्रांजिट रिमांड आदेश सहित विभिन्न आदेशों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।

 

लारेंस बिश्नोई के पिता ने शिकायत की कि पंजाब में वकीलों ने केस न लड़ने का बहिष्कार किया है। कोई भी वकील उनके बेटे और उनका प्रतिनिधित्व करने को तैयार नहीं हैं। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ को अधिवक्ता संग्राम सिंह सरोन ने बताया कि उन्होंने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय और दिल्ली की एक अदालत के ट्रांजिट रिमांड के आदेशों को चुनौती दी है, लेकिन चूंकि पंजाब की मानसा अदालत में कोई वकील इस मामले की सुनवाई नहीं कर रहा है। लारेंस बिश्नोई के मामले में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

पीठ ने कहा कि यह बिल्कुल अनुचित है और याचिकाकर्ता बिश्नोई कानूनी सहायता वकील प्रदान करने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते है।

पीठ ने कहा कि ये कानूनी सहायता वकील मामले से इन्कार नहीं कर सकते हैं या उन्हें पैनल से हटा दिया जाएगा। पीठ ने वकील से उन्हें कानूनी सहायता वकील प्रदान करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से संपर्क करने के लिए कहा।

वकील सरोन ने कहा कि वह ट्रांजिट रिमांड के दिल्ली अदालत के आदेश को चुनौती दे रहे हैं क्योंकि यह बिश्नोई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित कुछ निर्देशों के विपरीत है।

पीठ ने कहा कि चूंकि पंजाब पुलिस मामले की जांच कर रही है, यह बहुत प्रारंभिक चरण में है। इस अदालत के लिए इस स्तर पर हस्तक्षेप करना उचित नहीं होगा।

बिश्नोई के पिता पर 11 जुलाई को होगी सुनवाई

पीठ ने कहा कि हत्या पंजाब के मनसा में हुई है और इसलिए मामले की जांच करना पंजाब पुलिस का अधिकार क्षेत्र है और वे उसे (बिश्नोई) रिमांड पर ले सकते हैं। पीठ 11 जुलाई को बिश्नोई के पिता की याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत हुई।

बता दें कि मूसेवाला हत्याकांड में दिल्ली की एक अदालत ने 14 जून को बिश्नोई को पंजाब ले जाने के लिए पंजाब पुलिस को ट्रांजिट रिमांड दिया था। अदालत ने आदेश पारित किया था क्योंकि पंजाब पुलिस ने मामले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद बिश्नोई को उसके सामने पेश किया था। इसने राज्य पुलिस को मामले के संबंध में बिश्नोई को मानसा अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया था।

पंजाब पुलिस ने कहा था कि मूसेवाला की हत्या एक अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता का परिणाम है और इसमें बिश्नोई गिरोह शामिल था।

गौरतलब है कि मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके साथ जीप में यात्रा कर रहे उनके चचेरे भाई और एक दोस्त भी हमले में घायल हो गए थे।

The Gulf Indians

Recent Posts

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के लिए मतगणना शुरू, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के सभी चार पदों के नतीजे आज घोषित किए जाएंगे

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनाव का मतदान शुक्रवार को संपन्न हुआ। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव…

8 months ago

बाजार की विश्वसनीयता को बढ़ावा देना नए ऑफ-प्लान रियल एस्टेट कानून के प्रमुख लाभों में से एक है

मंगलवार को सऊदी मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित ऑफ-प्लान रियल एस्टेट परियोजनाओं को बेचने और पट्टे पर…

8 months ago

Crown Prince: सऊदी अरब 21वीं सदी की सबसे बड़ी सफलता की कहानी है

क्राउन प्रिंस और प्रधान मंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि सऊदी अरब 21वीं सदी…

8 months ago

This website uses cookies.