याचिकाकर्ता का कहना है कि कोविड के कारण बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई की है। कोरोना महामारी का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। बच्चों के मूल्यांकन का कोई और तरीका निकाला जाना चाहिए।
सीबीएसई, आईसीएसई और राज्य बोर्ड की 10वीं और 12वीं की फिजिकल परीक्षा के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। चीफ जस्टिस एन. वी रमना ने याचिकाकर्ता को आश्वासन दिया कि पिछले साल मामले की सुनवाई करने वाले जस्टिस ए एम खानविलकर की बेंच में जल्द ही मामला लगाया जाएगा।
याचिकाकर्ता का कहना है कि कोविड के कारण बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई की है। कोरोना महामारी का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। बच्चों के मूल्यांकन का कोई और तरीका निकाला जाना चाहिए।
इसके साथ ही, संविधान में दिए गए मौलिक कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करने की मांग करने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया। याचिकाकर्ता ने राज्यों से यह जानकारी लेने की मांग की है कि उन्होंने मौलिक कर्तव्यों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने और उन्हें जागरुक करने को लेकर क्या कदम उठाए हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनाव का मतदान शुक्रवार को संपन्न हुआ। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव…
आखिरकार वो घड़ी आ ही गई जिसका परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा के फैंस बेसब्री…
देश के बैंकों में 35 हजार करोड़ रुपये ऐसे पड़े हैं, जिन पर किसी ने…
आमिर खान की फिल्म '3 इडियट्स' में लाइब्रेरियन 'दुबे जी' का किरदार निभाने वाले अखिल…
मंगलवार को सऊदी मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित ऑफ-प्लान रियल एस्टेट परियोजनाओं को बेचने और पट्टे पर…
क्राउन प्रिंस और प्रधान मंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि सऊदी अरब 21वीं सदी…
This website uses cookies.