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उत्तराखंड में नेताओं को बारिश और बर्फबारी में प्रचार करना बड़ी चुनौती

उत्तराखंड में कोविड के बाद मौसम भी चुनाव लड़ रहे नेताओं के सामने चुनौती खड़ी कर रहा है। एक तरफ कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान दूसरी तरफ मौसम की दुश्वारियां प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।

बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का कहर लगातार जारी है। भारी बारिश और बर्फबारी में चुनाव प्रचार करना उम्मीदवारों और समर्थकों के लिए आसान नहीं है। हालांकि दूरदराज कई क्षेत्रों में बर्फबारी के बीच भी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। जिसको लेकर सोशल मीडिया में लगातार कार्य​कर्ता एक्टिव दिख रहे हैं।

14 फरवरी को है मतदान

उत्तराखंड में 14 फरवरी को सभी 70 सीटों पर एक साथ मतदान होना है। ऐसे में प्रत्याशी और समर्थकों ने पूरा जोर लगा दिया है। इस बार का विधानसभा चुनाव पहले ही प्रत्याशियों के लिए चुनौती लेकर आया है। भीड़भाड़, रैलियां, रोड शो पर चुनाव आयोग ने प्रतिबंध लगा रखा है। ऐसे में सभी डोर टू डोर कैंपेन के जरिए ही वोट मांग रहे हैं। लेकिन पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी के कारण चुनाव प्रचार थम सा गया है। मौसम विभाग ने पहाड़ों में अलर्ट भी जारी किया है। साथ ही इस तरह का मौसम आगे रहने की संभावना जताई है।

7 फरवरी तक अलर्ट

मौसम विभाग ने शुक्रवार को दून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, टिहरी, चंपावत और यूएस नगर में बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया। शुक्रवार को भी कुमाऊं मंडल के कुछ जिलों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं 5, 6 और 7 फरवरी को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून जिलों में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। पहाड़ों में उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत आदि पहाड़ी जिलों में कई जगह बर्फबारी हो रही है। जबकि बाकि जिलों में बारिश से चुनाव प्रचार पर ब्रेक लग रहा है। हालांकि इस बीच कई जिलों से बर्फबारी और बारिश में छाता लेकर प्रचार करते हुए तस्वीरें भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। जिनमें उत्तरकाशी की गंगोत्री, यमुनोत्री, पुरोेला, टिहरी की धनोल्टी, पौड़ी की श्रीनगर, चमोली की बद्रीनाथ सीटों पर ज्यादा बर्फबारी का असर दिख रहा है। ऐसे में अगर 14 फरवरी तक ऐसा ही मौसम रहता है तो प्रत्याशियों की टेंशन बढ़ना तय है। इसका असर वोट परसेंट पर पड़ना तय है। जो कि भाजपा, कांग्रेस दोनों ही दलों के हार-जीत पर असर डाल सकता है।

वर्चुअल रैली पर भी मौसम की मार

मौसम की मार भाजपा की वर्चुअल रैली पर भी पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल रैलियों का आगाज बारिश के कारण आगे बढ़ाया गया है। प्रधानमंत्री भाजपा के जन चौपाल कार्यक्रम के तहत अल्मोड़ा लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं को संबोधित करने वाले थे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि वर्चुअल रैलियों के साथ पीएम मोदी जनसभाएं भी करने वाले हैं। अभी जो संभावित वर्चुअल रैलियां प्रस्तावित हैं, उनमें प्रधानमंत्री छह फरवरी को पौड़ी संसदीय क्षेत्र, आठ फरवरी को टिहरी संसदीय क्षेत्र, 10 को हरिद्वार और 12 फरवरी को नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं को वर्चुअल संबोधित कर सकते हैं।

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