कांग्रेस के राज्यों में जमे नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी नहीं संभालना चाहते हैं।कांग्रेस में राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष न बनने की मंशा जताने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम आया है।
गहलोत का नाम सामने आने का एक कारण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चल रही कवायद के बीच कमलनाथ को यह पद संभालने का प्रस्ताव दिया गया था। नाथ 2023 के विधानसभा चुनाव तक मध्यप्रदेश में ही रहना चाहते हैं। नाथ ने इसी कारण राष्ट्रिय अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है। नाथ के बाद अब गहलोत का नाम सामने आया है।
नाथ का कहना है कि वे अभी मध्यप्रदेश में ही हैं। उन्होंने कहा कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं। करीबी सूत्रों का कहना है कि पिछले एक साल से नाथ पर दिल्ली में वापस आने का कांग्रेस हाईकमान की से काफी दबाव है। नाथ को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने को लेकर भी कांग्रेस के किसी वरिष्ट नेता केा ऐतराज नहीं है। नाथ लेकिन विधानसभा चुनाव तक किसी भी कीमत पर प्रदेश नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।
नाथ यह बात भी साफ कर चुके हैं कि वे 2023 के बाद दिल्ली जाने का निर्णय करेंगे। प्रदेश कांग्रेस के नेता बैठक कर अगले विधानसभा चुनाव के लिये नाथ को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुके हैं। हालांकि इसके लिए कांग्रेस हाईकमान से इजाजत नहीं ली गई थी। नाथ इस समय अपना पूरा ध्यान प्रदेश में विधानसभा चुनाव पर लगाए हुए हैं।