लखनऊ:
बलिया (Ballia) में सरकारी राशन की दुकान के आवंटन में हत्या के आरोपी धीरेंद्र सिंह को आज 14 दिन की ज्युडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया. उधर आज उसके समर्थन में करणी सेना भारत ने वहां प्रदर्शन किया. पुलिस ने उन्हें हत्या के आरोपी के घर नहीं जाने दिया. सेना के अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ़ चार लोगों को वहां जाने की इजाजत मिली है इसलिए अब चार क्षत्रिय लोग ही उनके घर भेजे जाएंगे क्योंकि वे अपना खून हैं.
बलिया हत्याकांड का आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह जेल चला गया. उसका मेडिकल कराया गया..फिर अदालत में पेश किया गया. उसे 14 दिन की ज्युडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया. उस पर हत्या के अलावा बलवा वगैरह करने की एफआईआर है. उसके वकील कहते हैं कि उसकी ज़मानत में थोड़ा वक़्त लग सकता है.
धीरेंद्र सिंह के वकील हरवंश सिंह ने कहा कि ”यहां पर दरख़्वास्त पड़ेगी सीजेएम साहब के यहां. इनका ज्युरिडिक्शन नहीं है, खारिज कर देंगे. उसके बाद ज़िला जज के यहां दाखिल होगा.वहां बैल पर बहस होगी. जो होना होगा,वही होगा.मामला बहुत गंभीर है और मीडिया ट्रायल है इसलिए यहां से बेल होने की संभावनाएं कम हैं.”
आज गाड़ी के बोनट पर पर बैठे दिखाई दिए करणी सेना भारत के अध्यक्ष वीरू भैया के चारों तरफ मौजूद पुलिस उनकी मददगार नज़र आ रही थी. आम तौर पर किसी हत्याकांड में लोग मरने वाले के घर श्रद्धांजलि देने जाते हैं. लेकिन वे मरने वाले पिछड़ी जाति के जय प्रकाश पाल के यहां नहीं बल्कि सजातीय हत्या के आरोपी धीरेंद्र प्रताप के घर जाना चाहते थे. पुलिस ने रोका और चार लोगों को जाने की इजाज़त दी. उनका कहना था कि उनकी तरफ से सिर्फ क्षत्रिय लोग ही उनके घर जाएंगे.
करणी सेना भारत के अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू ने कहा कि ”हम लोगों को चार लोगों की परमीशन मिली है..और चार लोगों में समाज के कोई भी चार जाएंगे..ज़रूरी नहीं है कि वीरू सिंह जाएं …या कोई सिंह जाए…कोई भी सिंह जाएगा. समाज का जो भी भाई है…मुझे यह है कि मेरा ब्लड जा रहा है…वो मेरी बात करेगा.”
बलिया के बीजेपी के कार्यकर्ता डब्लू भैया यानी हत्या के आरोपी धीरेंद्र प्रताप के समर्थन में कल नारेबाज़ी कर रहे थे..वे कह रहे थे कि हत्या के आरोपी के संघर्ष में वे उनके साथ हैं. बीजेपी के स्थानीय एमएलए सुरेंद्र सिंह भी हत्या के आरोपी की पैरवी करते रहे हैं. मामले की जांच पुलिस कर रही है…लेकिन बीजेपी विधायक, जो मौके पर मौजूद भी नहीं थे, ने घोषणा कर दी कि हत्या के आरोपी ने अपने बचाव में गोली मारी थी. सुरेंद्र सिंग ने कहा था कि ”धीरेंद्र सिंह यदि आत्मरक्षा में गोली नहीं चलाया होता तो कम से कम उसके परिवार के दर्जनों लोग मार दिए गए होते.”