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नई दिल्ली: 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashoik Gehlot) ने यूपी के हाथरस में दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप एंड मर्डर की तुलना राज्य के बारां जिले में बालिकाओं से हुए दुष्कर्म की घटना से करने पर रोष जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लगातार तीन ट्वीट कर इसे राज्य के लोगों को गुमराह करने वाला बताया है. गहलोत ने हाथरस की घटना को बेहद निंदनीय बताया है. उन्होंने लिखा है, “हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से कम्पेयर किया जा रहा है..”

अपने दूसरे ट्वीट में सीएम गहलोत ने लिखा है, “जबकि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही.. बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी..”

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उन्होंने तीसरे ट्वीट में लिखा है, “घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई. इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.”

बता दें कि राजस्थान के बारां में दो दलित बहनों को बहला-फुसलाकर घर से बाहर ले जाने और 18 से 21 सितंबर तक यानी तीन दिन तक उससे गैंगरेप करने की खबरें आई थीं. आरोप है कि दोनों आरोपी युवक जो उनके परिचित हैं, दोनों लड़कियों को कोटा, जयपुर और अजमेर ले गए, जहां दोनों बहनों के साथ गैंगरेप किया गया.