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उत्तर प्रदेश का नोएडा या गौतमबुद्ध नगर जिला नए आईटी हब के रुप में शुमार होने लगा है। यहां पर बड़ी-बड़ी आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और रोबोटिक्स कम्पानियां अपनी रुचि दिखा रही है।

 

अभी तक तो यह माना जाता था कि, दक्षिण भारत ही आईटी और मैन्युफैक्चरिंग हब है। आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा में बने रोबोट चीन की कंपनियों को टक्कर देते नजर आएंगे। नोएडा में बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एमएक्यू जैसी विख्यात कंपनियां डेटा सेंटर की स्थापना कर रही हैं।

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रोबोट बनाने वाली कई प्रमुख कंपनियों ने बीते माह अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन ली है। इन कंपनियों के ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार तो मिलेगा और इन कंपनियों में बने रोबोट चीन की बड़ी कंपनियों को टक्कर देंगे। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि जटिल रोबोट बनाने में दक्ष एडवर्ब टेक्नोलॉजीज दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्ट्री ग्रेटर नोएडा में लगा रही है। विश्व में रोबोट निर्माण की प्रमुख कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजी ने ग्रेटर नोएडा के इकोटेक 10 में करीब 13 एकड़ जमीन खरीदी है। यह कंपनी अगले चार साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर इकाई शुरू कर देगी।

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जानकारी के मुताबिक इससे करीब 2000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और इस फैक्ट्री में हर साल 5 लाख रोबोट बनेगे। इस फैक्ट्री में बने रोबोट चीन की बड़ी कंपनियों को टक्कर देंगे। मोबाइल पार्ट्स बनाने वाली कंपनी एलेनटेक इंडिया ने ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन में 20,235 वर्ग मीटर के दो प्लॉट खरीदे हैं। कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली टेरॉन माइक्रो सिस्टम ने वहां दो एकड़ जमीन खरीदी है। कंपनी इसमें 23 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

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