वाराणसी में निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस चुका है और कई घाट जलमग्न हो चुके हैं।पीएम मोदी ने निचले इलाकों से बाढ़ पीड़ितों के विस्थापन को लेकर चिंता व्यक्त की।प्रयागराज में अगले 3 दिनों में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ेगी।
वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी का जलस्तर बढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है और यहां के हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाटों के पानी में डूब जाने से शवों का दाह संस्कार आस-पास की गलियों में करना पड़ रहा है। वहीं निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। उधर, इटावा और प्रयागराज में भी बाढ़ से स्थिति खराब है।
उत्तर प्रदेश: वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा। साथ ही कई घाट भी जलमग्न हुए। (26.08) pic.twitter.com/RrrrgCqsXB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 26, 2022
पीएम मोदी ने वाराणसी में बाढ़ को लेकर जताई चिंता
वाराणसी में हालात के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताते हुए जरूरी निर्देश दिये हैं। यहां के सभी घाट और आस-पास के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग विस्थापन को मजबूर हैं। एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में गंगा के बढ़ते जल स्तर और बाढ़ पीड़ितों के विस्थापन को लेकर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को फोन कर राहत शिविरों में रह रहे लोगों को हर सम्भव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और आयुक्त दीपक अग्रवाल को फोन कर राहत शिविर में रह रहे लोगों को हर सम्भव सहायता प्रदान कराने के लिए कहा और आवश्यकता पड़ने पर सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से संपर्क करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार की सुबह आठ बजे वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 70.262 से बढ़कर 70.86 मीटर पर पहुंच गया, जो कि खतरे के निशान 71.262 मीटर से महज 0.40 मीटर नीचे है।
अभी पानी खतरे के निशान से ऊपर है और अगले 3 दिन बाढ़ की स्थिति और बिगड़ेगी क्योंकि पानी बढ़ने वाला है। हमें एक परिवार ने मदद के लिए बुलाया है। अब तक हमने कुल 9 लोगों को बचाया है और अभी आगे अन्य फंसे हुए लोगों को बचाएंगे: ब्रजेश कुमार तिवारी, NDRF निरीक्षक, प्रयागराज(26.8) pic.twitter.com/TCFo9IE1lL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 26, 2022
वरुणा नदी में भी जलस्तर उफान पर है
वरुणा नदी में भी जलस्तर उफान पर है। वरुणा के किनारे बसे रिहायशी इलाकों में पानी घुसना शुरू हो गया है। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। राहत शिविरों में विस्थापित लोगों को खाने-पीने के साथ ही चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रयागराज में अगले 3 दिनों में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ेगी
वहीं प्रयागराज में अभी पानी खतरे के निशान से ऊपर है और अगले 3 दिन बाढ़ की स्थिति और बिगड़ेगी क्योंकि पानी बढ़ने वाला है। प्रयागराज एनडीआरएफ निरीक्षक ब्रजेश कुमार तिवारी ने कहा, हमें एक परिवार ने मदद के लिए बुलाया है। अब तक हमने कुल 9 लोगों को बचाया है और अभी आगे अन्य फंसे हुए लोगों को बचाएंगे।
इटावा में हालात खराब
उधऱ, इटावा में भी बाढ़ ने लोगों के जनजीवन को प्रभावित कर रखा है। जिले के डीएम अवनीश राय ने कहा कि यहां के दोनो तहसीलों में से करीब 1500 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। हमें सूचना मिली है कि शाम से पानी का स्तर कम होना शुरू जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य, आपूर्ति और पुलिस टीम के साथ एक नोडल अधिकारी सभी गांवों में मौजूद है। उम्मीद है कि अब को जनहानि नहीं होगी।