English മലയാളം

Blog

Screenshot 2023-05-04 105527

मणिपुर में आदिवासी आंदोलन के दौरान कई जिलों में हिंसा भड़क गई है। कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है। हालात को काबू में करने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। कई इलाकों में सेना के जवानों को तैनात किया गया है।

भारतीय सेना ने इसकी जानकारी दी है। सेना की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया कि मणिपुर में प्रशासन के अनुरोध पर कार्रवाई करते हुए तीन मई की शाम से सभी प्रभावित इलाकों में सेना और असम राइफल्स की तैनाती कर दी गई है। हिंसा प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। कानून-व्यवस्था बहाल करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

Also read:  Goa Assembly Election 2022: गोवा के BJP विधायक विश्वजीत राणे ने प्रमोद सांवत को अपना नेता मानने से किया इनकार

आठ जिलों में कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं बंद

राज्य सरकार ने बताया कि कई जिलों में पहले ही कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। इंफाल पश्चिम, काकचिंग, थौबल, जिरिबाम, बिष्णुपुर, चुराचांदपुर, कांगपोकपी और तेंगनौपाल जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। आदेश में बताया गया कि राज्य में ब्रॉडबैंड सेवाएं चालू हैं।

Also read:  गणतंत्र दिवस पर भारत आएंगे ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन, प्लान में अब तक कोई बदलाव नहीं : सूत्र

मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?

गौरतलब है कि मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को रैली का आयोजन हुआ था। ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (ATSUM) ने इस एक रैली का आयोजन किया था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में तोड़फोड़ की है।

पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

पुलिस अधिकारी ने बताया कि रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान तोरबंग इलाके में आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा भड़क गई। इसके बाद कई और जिलों में भी हिंसा की खबरें आई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।

Also read:  अब दिल्ली ncr में व्यवसायिक वाहनों को नहीं देना पड़ेगा कोई टैक्स

अमित शाह ने की सीएम से बात

उधर, मणिपुर के हालात पर गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बातचीत की है। शाह ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है।