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नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 मार्च से फिर से शुरू हो सकती हैं। इसके लिए देश के हवाई अड्डों पर विदेश से आने और जाने वाले यात्रियों की खातिर प्रभावी मानक संचालन प्रक्रियाओं ( standard operating procedures ) का पालन किया जाएगा।

 

भारत में निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर 28 फरवरी तक प्रतिबंध लागू है। बता दें कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 31 जनवरी 2022 तक निलंबित किया गया था। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते रोक को बढ़ाने का फैसला किया गया। देश में इस तरह की उड़ानें 23 मार्च, 2020 से कोविड-19 महामारी के कारण निलंबित हैं।

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एयर बबल व्यवस्था के तहत जारी है उड़ानें

उल्लेखनीय है कि ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत जुलाई 2020 से भारत और लगभग 40 देशों के बीच विशेष यात्री उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि कोविड के मामलों में लगातार गिरावट को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय (DGCA) निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के निर्णय पर लगभग पहुंच चुका है। हालांकि, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 मार्च से फिर से शुरू होने की संभावना है।

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अब होम क्वारंटाइन व टेस्टिंग जरूरी नहीं

अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए 14 फरवरी से प्रभावी दिशा-निर्देशों का पालन इन उड़ानों के यात्रियों की खातिर हवाई अड्डों पर किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 फरवरी से अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत सात दिनों का अनिवार्य होम क्वारंटाइन और आठवें दिन आरटी-पीसीआर टेस्ट की जरूरत को खत्म कर दिया गया है। इसके अलावा ‘जोखिम वाले’ देशों और अन्य देशों का निर्धारण भी समाप्त कर दिया गया है। जनवरी में तेज रफ्तार के साथ बढ़ा कोरोना संक्रमण फरवरी में ठंडा पड़ता नजर आ रहा है। जनवरी में ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण तीसरी लहर को लेकर आशंकाएं और भय बरकरार था जो अब नहीं है।

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