समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं।
आगजनी (Arsoning) और अवैध कब्जे समेत विभिन्न आरोपों में जेल में बंद समाजवादी पार्टी (SP) के विधायक इरफान सोलंकी को बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच महराजगंज (Maharajganj) जिला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
कानपुर कारागार अधीक्षक (Kanpur Jail Superintendent) बीडी पांडे (BD Pandey) ने बताया कि सोलंकी को कड़ी सुरक्षा के बीच कानपुर नगर से करीब 400 किलोमीटर दूर महराजगंज जिला जेल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि विधायक को महराजगंज जेल स्थानांतरित करने का फैसला प्रशासनिक आधार पर लिया गया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच विधायक को महराजगंज जेल ले जाया गया
पांडे ने बताया कि सोलंकी को महराजगंज जेल ले जाने के लिए पुलिस बल सुबह 10 बजे से पहले कानपुर जेल पहुंचा और उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस के विशेष वाहन में बैठाकर ले जाया गया। जेल अधीक्षक के मुताबिक, पुलिस वाहन में बैठते समय मीडिया कर्मियों ने सपा विधायक से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। हालांकि, पुलिस वाहन में बैठाने के दौरान उनकी कुछ पुलिसकर्मियों से कहासुनी हुई। इस मौके पर इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
एक दिन पहले ही अखिलेश यादव मिलने पहुंचे
महानिदेशक जेल कार्यालय से राज्य सरकार को पिछली 13 दिसंबर को एक पत्र लिखकर सपा विधायक सोलंकी को महराजगंज जेल में स्थानांतरित करने की गुजारिश की गई थी। सरकार ने इसे स्वीकार करते हुए मंगलवार को सोलंकी को महाराजगंज जेल ले जाने के आदेश दिए थे। उससे एक ही दिन पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सोलंकी से मिलने के लिए कानपुर जेल पहुंचे थे।
सोलंकी पर बांग्लादेशी परिवार को भारतीय दस्तावेज दिलाने जैसे कई आरोप हैं
अखिलेश ने आरोप लगाया था कि सोलंकी पर फर्जी मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सोलंकी के खिलाफ कानपुर में पिछली आठ नवंबर को नजीर फातिमा नाम की एक महिला के घर में आगजनी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। कई दिनों तक फरार रहने के बाद सोलंकी ने इस माह की शुरुआत में आत्मसमर्पण कर दिया था। सोलंकी के खिलाफ एक बांग्लादेशी परिवार को भारतीय दस्तावेज हासिल करने के लिए गलत तरीके से प्रमाण पत्र जारी करने के आरोप में भी मुकदमा दर्ज किया गया है।