अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष ने अभी से अपनी रणनीतियों और एजेंडे को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
चुनाव में बीजेपी को चुनौती देने के लिए कितने बड़े स्तर पर तैयारी चल रही है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव और नवीन पटनायक के बाद अब कुमार स्वामी ममता बनर्जी से मिलने के लिए कोलकाता आ रहे हैं।
सीएम बनर्जी शुक्रवार को कालीघाट में कुमार स्वामी से मुलाकात करेंगी।
ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर होगी बैठक
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी देवेगौड़ा के बेटे कुमार स्वामी, ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर बैठक के लिए आ रहे हैं। एक हफ्ते से भी कम समय में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष की किसी गैर-कांग्रेसी विपक्षी दल के प्रमुख नेता के साथ यह तीसरी बैठक होने की संभावना है। तृणमूल कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति द्वारा तीसरे विपक्षी मोर्चे को एक साथ लाने के प्रयासों के बीच इन बैठकों का काफी महत्व है।
अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद नवीन पटनायक से मिलने पहुंची ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने 17 मार्च को कोलकाता में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और मंगलवार को वे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिलने के लिए ओडिशा पहुंची। हालांकि, बनर्जी ने कहा कि पटनायक के साथ उनकी मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी, उन्होंने क्षेत्रीय दलों की ताकत पर जोर दिया। ओडिशा रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि, ‘क्षेत्रीय दल हमेशा मजबूत होते हैं। वे बहुत ही काबिल हैं। केंद्र सरकार नीति देती है और कार्यान्वयन प्राधिकरण राज्य सरकार है। इसलिए हम जहां भी जाते हैं और जिससे भी मिलते हैं हम राज्य और संघीय ढांचे के विकास पर भी चर्चा करते हैं।’
2024 के चुनाव से पहले क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाने की कोशिश
दरअसल, एक के बाद एक हो रहीं ये बैठकें इस बात का संकेत हैं कि बनर्जी क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाने और कांग्रेस और भाजपा दोनों से दूरी बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं। पिछले कुछ हफ्तों में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व ने राहुल गांधी सहित कांग्रेस की तीखी आलोचना की थी, उन्हें ‘मोदी की सबसे बड़ी टीआरपी’ तक बता दिया था।
टीएमसी ने कांग्रेस पर लगाया ‘बिग-बॉस’ की तरह काम करने का आरोप
तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व ने कांग्रेस पर विपक्ष के ‘बिग-बॉस’ की तरह काम करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी भाजपा और कांग्रेस दोनों से दूरी बनाए रखेगी। 19 मार्च को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोलकाता में अपनी पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद कहा कि क्षेत्रीय दल एक मोर्चा या गठबंधन बना रहे हैं और कांग्रेस को अपनी भूमिका तय करनी होगी।
कुमारस्वामी कई मौकों पर कर चुके हैं ममता बनर्जी की प्रशंसा
कुमारस्वामी और ममता बनर्जी के बीच यह बैठक कर्नाटक विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रही है। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस पहले ही कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जेडी(एस) के साथ गठबंधन से इनकार कर चुकी है। दोनों दलों ने अतीत में विभिन्न मुद्दों पर मिलकर काम किया है, जिसमें पिछले साल जून में राष्ट्रपति चुनाव के लिए समन्वय शामिल है। कुमारस्वामी ने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा पर जीत के बाद बनर्जी की प्रशंसा की थी, उन्होंने उन्हें ‘बुरी ताकतों के खिलाफ विजय पाने वाली देवी दुर्गा’ के रूप में वर्णित किया था।