कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसान पुलिस की रोक से भड़क गए। गुरुवार को पंजाब से लेकर हरियाणा मेें जगह-जगह किसानों के संघर्ष के बाद शुक्रवार को भी उनका मार्च जारी है। किसानों पर आज भी आंसू गैस के गोले दागे गए लेकिन उनकी हिम्मत नहीं डिगी है। दिल्ली मेट्रो ने एहतियात के तौर पर छह मेट्रो स्टेशनों से निकासी और प्रवेश की सुविधा बंद कर दी है। वहीं किसानों ने आज तीन मांग रखते हुए पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है
सिंघु बॉर्डर पर अचानक से अफरा-तफरी मच गई है और किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़नी शुरू कर दी। इसके बाद किसानों को तितर-बितर करने के लिए दिल्ली पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए हैं, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
Haryana: Police use tear gas to try to disperse farmers as they take part in protests against Centre's Farm laws, at the Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/gVxsvulHhx
— ANI (@ANI) November 27, 2020
हापुड़ रोड पर किसानों को रोका
दिल्ली कूच कर रहे किसानों को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर हापुड़ रोड पर सीबीआई अकेडमी के सामने रोका। किसान राष्ट्रीय नेतृत्व के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
शंभू बॉर्डर पर किसानों पर आज फिर दागे आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार
शुक्रवार को अमृतसर से जो किसान चले हैं वह शंभू बॉर्डर तक पहुंचे हैं और उन्हें रोकने के लिए अंबाला पुलिस ने गुरुवार की तरह की आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की है।
#WATCH Water cannon and tear gas shells used to disperse protesting farmers at Shambu border, near Ambala pic.twitter.com/EaqmJLhAZI
— ANI (@ANI) November 27, 2020
किसानों के आंदोलन के चलते दूल्हे समेत एक बरात को पैदल ही आगे जाना पड़ा। पुलिस ने दिल्ली की ओर जाने वाली तमाम सीमाओं को सील किया है जिससे आम लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
कैप्टन अमरिंदर ने केंद्र से किया अनुरोध- किसानों से करें बात
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह तुरंत आंदोलन कर रहे किसानों से बात करें और दिल्ली बॉर्डर की तनावपूर्ण स्थिति को खत्म करें।
Punjab CM Captain Amarinder Singh urges the Centre to immediately initiate talks with Kisan Unions to defuse the tense situation at the Delhi borders: Chief Minister's Office
(file pic) pic.twitter.com/bpqDtCQjp5— ANI (@ANI) November 27, 2020
किसानों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली में जगह जगह जाम
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले मार्गों को दिल्ली पुलिस द्वारा बंद कर दिये जाने से शुक्रवार को शहर में अहम रास्तों पर वाहनों का जाम लग गया।
दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन के चलते ढांसा और झाड़ौदा कलां सीमाएं यातायात के लिए बंद कर दी गयीं और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने को कहा गया है। उसने ट्वीट किया, ‘टीकरी बार्डर को स्थानीय पुलिस ने यातायात के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। हरियाणा की ओर जाने वाला यातायात भी बंद कर दिया गया है। सभी मोटर वाहनों को किसान संघर्ष समिति के प्रदर्शन के चलते इस मार्ग से परहेज करने को कहा गया है ।’
हमारी सरकार बनने पर ‘काले कृषि कानूनों’ को निरस्त कर दिया जाएगा: कांग्रेस
कांग्रेस ने तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच करने की कोशिश कर रहे किसानों का समर्थन करते हुए शुक्रवार को कहा कि केंद्र में जिस दिन उसकी सरकार बनेगी उसी दिन इन ‘काले कानूनों’ को निरस्त कर दिया जाएगा। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी किसानों की मांगों को पूरा कराने के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के संदर्भ में ‘एक देश, एक व्यवहार’ पर अमल करना चाहिए।
दिल्ली सरकार ने नामंजूर की पुलिस की मांग, स्टेडियम नहीं बनेंगे अस्थायी जेल
दिल्ली सरकार ने पुलिस की मांग ठुकराते हुए राजधानी के नौ स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने से इनकार कर दिया है। इन अस्थाई जेलों में प्रदर्शनरत किसानों को रखा जाना था।
पंजाबः सिरसा में किसानों ने बैरिकेड लांघा
पंजाब के सिरसा में किसान उन्हें रोकने के लिए लगे बैरिकेड को लांघकर आगे बढ़ रहे हैं। उनका कहना है कि वह अपने हक के लिए दिल्ली जाएंगे। एक प्रदर्शनरत किसान ने कहा कि, हम जो भी करेंगे शांतिपूर्ण ढंग से करेंगे। हम किसी भी व्यक्ति या संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। अगर हमें एक महीने के लिए भी रुकना पड़े तो हम रुकेंगे। अगर हमें शहीद भी होना पड़े तो शहीद हो जाएंगे।
Punjab: Protesting farmers jump barricades in Sirsa, say they're going to Delhi for their rights.
"Whatever we do will be peaceful. We won't harm any person or property. Even if we have to stay for a month, we will. Even if we have attain martyrdom, we will," says a farmer. pic.twitter.com/rGHBzFWHpY
— ANI (@ANI) November 27, 2020