English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-02-27 134004

भारत ने यूक्रेन पर रूस के ‘आक्रमण’ की ‘कड़े शब्दों में निंदा’ करने वाले प्रस्ताव पर यूएनएससी में शुक्रवार को हुए मतदान में हिस्सा नहीं लिया था।

यूक्रेन पर रूस के ‘आक्रमण’ की ‘कड़े शब्दों में निंदा’ करने वाले प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में शुक्रवार को हुए मतदान में भारत के हिस्सा नहीं लेने की रूसी दूतावास ने प्रशंसा की है। भारत में रूसी दूतावास ने कहा, “25 फरवरी को यूएनएससी में मतदान में भारत की स्वतंत्र और संतुलित स्थिति की अत्यधिक सराहना करते हैं।”

Also read:  जितन राम मांझी के बिगड़े बोल, बोले-पूजा कराने वाले शराब पीते हैं, मांस खाते हैं

रूसी दूतावास ने कहा कि विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की भावना के तहत रूस यूक्रेन के इर्द-गिर्द की स्थिति पर भारत के साथ घनिष्ठ संवाद बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

भारत ने नहीं लिया था मतदान में हिस्सा

बता दें भारत ने यूक्रेन पर रूस के ‘आक्रमण’ की ‘कड़े शब्दों में निंदा’ करने वाले प्रस्ताव पर यूएनएससी में शुक्रवार को हुए मतदान में हिस्सा नहीं लिया था। यूएनएससी में यह प्रस्ताव अमेरिका की तरफ से पेश किया गया था। भारत ने युद्ध तत्काल समाप्त करने की मांग करते हुए कहा कि मतभेदों को दूर करने के लिए बातचीत ही ‘एकमात्र रास्ता’ है।

Also read:  अहमदाबाद ब्‍लास्‍ट के दोषियों की सजा को HC में चुनौती देंगे मौलाना अरशद मदनी, कहा-हाईकोर्ट से पूरा न्याय मिलेगा

15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में शुक्रवार दोपहर अमेरिका और अल्बानिया द्वारा पेश मसौदा प्रस्ताव पर मतदान हुआ. इसे ऑस्ट्रेलिया, एस्तोनिया, फिनलैंड, जॉर्जिया, जर्मनी, इटली सहित संयुक्त राष्ट्र के 67 सदस्य देशों के एक अंतरक्षेत्रीय समूह ने सह प्रस्तावित किया था।

Also read:  पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त, सीएम भगवंत मान ने विजय सिंगला को किया बर्खास्त

तीन देश रहे मतदान से दूर

भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) मतदान से दूर रहे। वहीं, अल्बानिया, ब्राजील, फ्रांस, गेबोन, घाना, आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको, नॉर्वे, ब्रिटेन और अमेरिका सहित कुल 11 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।

यह प्रस्ताव यूएनएससी में पारित नहीं हो सका, क्योंकि सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य और फरवरी माह के अध्यक्ष रूस ने इस पर वीटो किया।