English മലയാളം

Blog

स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए चलाए जा रहे आंदोलन ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ ने नासा  के मंगल मिशन को लेकर तंज कसा। ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ ने एक व्यंग्यपूर्ण पर्यटन विज्ञापन जारी किया है, जिसे धरती पर रहने वाले लोगों के लिए ‘वेक-अप कॉल’ बताया गया है।

विज्ञापन का नाम ‘वन प्रतिशत’ (1%) रखा गया है, जिसे ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ने गुरुवार सुबह नासा के रोवर के मंगल पर उतरने के मौके पर जारी किया। वीडियो में तस्वीरों के साथ एक वॉइसओवर चल रहा है। इसमें मंगल ग्रह को नई दुनिया शुरू करने का स्थान बताया गया है। मंगल को ऐसा स्थान बताया गया है कि कोई युद्ध नहीं, कोई आपराधिकता, कोई महामारी नहीं और कोई प्रदूषण नहीं है। विज्ञापन वीडियो के अंत में कहा गया है कि हम इस धरती पर रहने वाले 99 प्रतिशत उनके लिए जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए काम करेंगें।

Also read:  US Election 2020: कौन बनेगा अगला राष्ट्रपति, डोनाल्ड ट्रम्प या बाइडेन

बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की 10 साल की मेहनत गुरुवार को सबसे कड़ी परीक्षा का सामना करने वाली है। मंगल पर जीवन की खोज के लिए गया पर्सविरन्स रोवर लाल ग्रह सतह पर लैंडिंग की कोशिश करेगा। इसे पिछले साल धरती पर कोरोना वायरस की महामारी के बीच जुलाई में लॉन्च किया गया था और यह मिशन अब तक का सबसे अडवांस्ड रोबॉटिक एक्सप्लोरर है। 29.25 करोड़ मील की दूरी तय करके मंगल पर पहुंचने वाला पर्सविरन्स वहां जीवन के निशान खोजेगा।

Also read:  'हाथरस मामले में नहीं हुआ रेप', फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर यूपी के वरिष्‍ठ पुलिस अफसर का दावा

भारत में जारी किसान आंदोलन का समर्थन करने के बाद से ग्रेटा थनबर्ग लगाचार चर्चा का विषय बनी हुई हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में करीब दो माह से जारी किसान आंदोलन के समर्थन में पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने एक भारत विरोधी योजना वाली टूलकिट साझा करते हुए ट्वीट किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। साथ ही ग्रेटा का साथ देने और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि, निकिता जैकब और शांतनु पर कार्रवाई की.