English മലയാളം

Blog

n39274647416544373490210688e39e313ed46d64ea527f2d42150e3caa721183864a3e213fad1de80acd4f

बीजेपी से सस्पेंड होने के बाद नूपुर शर्मा ने अपने बयान पर खेद जताया है। सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी करते हुए नूपुर शर्मा ने कहा कि मेरी मंशा किसी को दुख पहुंचाने की नहीं थी और मैं अपे शब्द वापस लेती हूं।

नूपुर शर्मा ने एक ट्वीट में लिखा, मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट पर जा रही थी, जहां रोजाना मेरे आराध्य शिव जी का अपमान किया जा रहा था। मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि वह शिवलिंग नहीं फुवारा है। दिल्ली के हर फुटपाथ पर बहुत शिवलिंग पाए जाते हैं जाओ जा के पूजा कर लो।

भाजपा ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है। नूपुर ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित बयान दिया था। इसके बाद पार्टी ने उन पर कार्रवाई की है। भाजपा ने नूपुर शर्मा के अलावा दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता नवीन जिंदल पर भी कार्रवाई की है। जिंदल को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया है।

Also read:  यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए रक्षा मंत्रालय ने एडवाइजरी की जारी, हालात और खराब होने की आशंका, सफेद झंडा साथ रखने की दी सलाह

भाजपा ने की कार्रवाई

नूपुर शर्मा ने हाल ही में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान दिया था। इसके बाद शुरू हुए हंगामे के बीच बीजेपी आलाकमान ने नूपुर शर्मा के खिलाफ एक्शन लिया है। पार्टी ने उन पर कार्रवाई करते हुए भाजपा से निकाल दिया है। साथ ही मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल को भी सस्पेंड कर दिया है।

Also read:  UP Assembly Election 2022: अमित शाह का दावा भाजपा यूपी में बनाएगी प्रचंड बहुमत की सरकार, अखिलेश यादव पर लगाया बड़ा आरोप

भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आजादी के 75वें साल में एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना लगातार मजबूत हो रही है। हमारी पहली प्राथमिकता अखंड भारत और विकास है। देश की एकता बनी रहे, इसलिए हम लगातार काम कर रहे हैं।

Also read:  PM Modi समेत कई नेताओं को मिला Official लेबल, लेकिन कुछ देर बाद हटा दिया

पार्टी की ओर से जारी बयान में आगे कहा गया है कि भारत के हजारों वर्षों के इतिहास में प्रत्येक धर्म फला-फूला है। भाजपा किसी भी धर्म के किसी भी धार्मिक व्यक्ति के अपमान की कड़ी निंदा करती है। पार्टी उस विचारधारा के सख्त खिलाफ है, जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करती है। बीजेपी ऐसे किसी विचारधारा का प्रचार नहीं करती।