लोकसभा में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के चार सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। बता दें ये चार सांसद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की चेतावनी के बाद भी सदन में प्रदर्शन कर रहे थे।
सांसद महंगाई को लेकर सदन के अंदर तख्तियों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। निलंबित कांग्रेस सांसदों में मनिकम टैगोर, जोथिमणि, राम्या हरिदास टीएन प्रतापन हैं। भारी विरोध के चलते इन सांसदों को पूरे मनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन के बाद ये चारों सांसद संसद के प्रांगण में बने राष्ट्रपिता की प्रतिमा के सामने अपना विरोध जताया। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें कहा कि वे महंगाई पर 3 बजे के बाद चर्चा कराने के लिए तैयार हैं। हालांकि उन्होंने सख्त लहजे में कहा था कि अगर आप तख्तियां दिखाना चाहते हैं, तो सदन के बाहर दिखा सकते हैं। मैं चर्चा के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरी दयालुता मेरी कमजोरी है। इसके बाद सदन की कार्वाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही स्थगित करने के पहले अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने कांग्रेस के चार सांसदों को हंगामा करने के लिए नामित किया। नियम 374 के तहत कांग्रेस के चार सांसदों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया है।
सांसद के निलंबन पर कांग्रेस का बयान
विपक्ष ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी. जब 3 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के नेता पुनः हाथ में तख्तियां लेकर आ गए। इसलिए जीरो आवर को 20 मिनट पहले ही स्थगित करना पड़ा। वहीं सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस की ओर से भी बयान जारी किया गया। कांग्रेस (Congress) ने कहा कि हमारे सांसदों को सस्पेंड (Suspend) कर सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है। वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे जो लोगों के लिए मायने रखते हैं।