अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में अपनी हार मानने को तैयार नहीं हैं। नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की आधिकारिक तौर पर पुष्टि होने के बाद हजारों की तादाद में पहुंचे ट्रंप समर्थक हिंसक हो गए, जिन्हें रोकने के लिए नेशनल गार्ड्स को एक्शन में आना पड़ा। अमेरिका में हो रही खूनी झड़पों के बीच सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनियां ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने अपने-अपने प्लेटफॉर्म पर ट्रंप के अकाउंट बंद कर दिए हैं।
We are locking President Donald Trump’s Instagram account for 24 hours as well: Adam Mosseri, Head of Instagram pic.twitter.com/3TSosVgfS7
— ANI (@ANI) January 7, 2021
ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को 12 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर भविष्य में ट्रंप ने नियमों का उल्लंघन किया, तो उनके अकाउंट पर स्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया जाएगा। ट्विटर ने ट्रंप से वे तीन ट्वीट भी डिलीट करने को कहा है, जिन्हें इस हिंसा का मुख्य कारण बताया जा रहा है।
अमेरिका में हो रहे हंगामे के बीच ट्विटर के बाद फेसबुक और यूट्यूब ने भी ट्रंप के उन वीडियो को हटा दिया था, जिसमें वे अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। ट्रंप ने हिंसा के दौरान ही अपने समर्थकों से अमेरिका को बचाने की अपील और राष्ट्रपति चुनाव में धांधली होने की बात के रहे थे। फेसबुक और उसके मालिकाना हक वाले इंस्टाग्राम पर भी ट्रंप के पेजों को अगले 24 घंटों के लिए ब्लॉक कर दिया गया है। फेसबुक की ओर से कहा गया है कि यह आपात स्थिति है और हम ट्रंप के वीडियो को प्लेटफॉर्म से हटाने सहित कई उचित कदम उठा रहे हैं। फेसबुक के उपाध्यक्ष गॉय रोसेन ने बुधवार को कहा वीडियो को हटा दिया गया है क्योंकि इससे हिंसा और भड़केगी।
हालांकि, अभी तक यूट्यूब ने ट्रंप को लेकर किसी कार्रवाई की घोषणा नहीं की है।
कैपिटोल परिसर में प्रदर्शनकारियों के घुसने के करीब दो घंटे बाद ट्रंप ने यह वीडियो पोस्ट किया था। प्रदर्शनकारी इलेक्टोरल कॉलेज के नतीजों पर संसद के संयुक्त सत्र में व्यवधान डालना चाहते थे। इस सत्र में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि होनी थी।
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने बुधवार को यूएस कैपिटल में घुसकर हंगामा मचाया, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। यूएस कैपिटल के परिसर में सुरक्षा प्रबंधों को धता बताकर हिंसक भीड़ अंदर घुस गई, तो सांसदों को बचाकर यहां से निकाला गया। वॉशिंगटन डीसी के मेयर ने राजधानी में कर्फ्यू की घोषणा की। वहीं अपने भाषण में चुनावी धांधली का आरोप लगाने वाले ट्रंप ने हिंसा भड़कने के बाद अपने समर्थकों से शांतिपूर्ण तरीके से रहने की अपील की है।