हैदराबाद:
बंगाल की खाड़ी में बना गहरे दबाव का क्षेत्र मंगलवार को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के पूर्वी गोदावरी जिले के काकीनाडा में तटीय इलाकों के करीब से होकर गुजरा, जिसकी वजह से कई जिलों में भारी बारिश हुई. भारी बारिश के कारण कई जगहों पर नुकसान की भी खबर है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि गहरे दबाव का क्षेत्र कल शाम साढ़े छह बजे से आज सुबह साढ़े सात बजे के बीच तटीय क्षेत्रों से गुजरा. पूर्वी गोदावरी जिले में भारी बारिश की वजह से बोम्मुरु गांव में घर की छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई.
आंध्र के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने प्रभावित जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा और हाई अलर्ट पर रहने को कहा. उन्होंने लिखा, ‘निचले इलाकों में बारिश की वजह से भारी जलजमाव और बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं. पेड़ गिर सकते हैं और बिजली प्रभावित हो सकती है. ऐसे में छोटे पुलों पर खास निगरानी बनाए रखें. जिन जगहों पर खतरे की आशंका हो, वहां पर ट्रैफिक व पैदल मार्ग को फौरन प्रतिबंधित करें. सुनिश्चित करें कि जानमाल का नुकसान नहीं हो.’
इसकी वजह से राज्य में 100 से ज्यादा स्थानों पर 11.5 सेंटीमीटर से लेकर 24 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई, जिनमें पूर्वी गोदावरी, पश्चिम गोदावरी, श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापट्टनम और कृष्णा जिले शामिल हैं. तूफान के कारण तेज हवाओं की वजह से विशाखापट्टनम में तेन्नेती पार्क तट के निकट एक मालवाहक जहाज बहकर आ गया था. विशाखापत्तनम मरीन पुलिस ने कहा कि जहाज का लंगर टूट गया, जिसकी वजह से यह बहकर किनारे की तरफ आ गया. उन्होंने कहा कि जहाज में मौजूद चालक दल के 25 सदस्यों को हालांकि बचा लिया गया.
तूफान के कारण मछुआरों की नौकाएं तटों पर आ गईं हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आंध्र प्रदेश नौवहन बोर्ड के सीईओ एन रामाकृष्णा रेड्डी ने कहा कि 13 अंतरराष्ट्रीय जहाज काकीनाडा अंदरुनी बंदरगाह क्षेत्र में थे. जहाजों में माल चढ़ाने और उतारने का काम फिलहाल रोक दिया गया था. उन्होंने कहा कि सभी 13 जहाजों से सुरक्षा कारणों के मद्देनजर बंदरगाह के बाहरी क्षेत्र में जाने को कहा गया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि विशाखापट्टनम, पूर्वी गोदावरी और कृष्णा जिले अब भी बारिश से प्रभावित हैं और इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति नेटवर्क को भी नुकसान पहुंचा है.
ईस्टर्न पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के अधिशासी अभियंता ए वी सूर्यप्रकाश ने कहा कि 50 से ज्यादा जगहों पर 33 केवी और 11 केवी के विद्युत उपकेंद्रों को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा, “लेकिन हमने मरम्मत का काम शुरू कर दिया है और अधिकतर जगहों पर विद्युत आपूर्ति बहाल हो गई है.” दो गोदावरी जिलों में सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूब गई है. जिलों से आने वाली खबरों के मुताबिक मूसलाधार बारिश की वजह से कुछ कच्चे मकान ढह गए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी गोदावरी जिले के तल्लारेवू में सबसे ज्यादा 24.3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि रायावरम में 22.7 सेंटीमीटर, रामचंद्रपुरम में 20.6 सेंटीमीटर, पश्चिमी गोदावरी के अकीवीडू में 20.2 सेंटीमीटर, श्रीकाकुलम के मंदासा में 17 सेंटीमीटर, कृष्णा जिले के चतराई में 15.6 सेंटीमीटर, विशाखापट्टनम जिले के भिमीली में 15.5 सेंटीमीटर, विशाखापट्टनम शहरी में 11 सेंटीमीटर, विजयनगरम के भोगापुरम में 11 सेंटीमीटर और नरसीपट्टनम में 10 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.