आम आदमी पार्टी (AAP) बीजेपी पर सरकार गिराने और विधायकों के खरीद-फरोख्त की कोशिश का आरोप लगा रही है। इन्हीं आरोपों के बीच आज 29 अगस्त 2022 को विधानसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद विश्वास मत पेश करेंगे।
बता दें कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 62 और बीजेपी के आठ विधायक हैं. दिल्ली विधानसभा में बहुमत के लिए 28 विधायकों की जरूरत होती है।
बीजेपी पर आम आदमी पार्टी के आरोप
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि अपने पक्ष में लाने के लिए बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के कई विधायकों को 20 करोड़ रुपये की पेशकश की है। साथ ही आम आदमी पार्टी ने ये भी दावा किया है कि विधायकों को धमकी दी गई है कि वे या तो बीजेपी में शामिल हो जाएं, या उन्हें मुकदमों में फंसाया जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैं विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाना चाहता हूं ताकि दिल्ली की जनता के सामने यह साबित हो सके कि बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस दिल्ली’ ‘ऑपरेशन किचड़’ बन गया है।
‘बीजेपी ने आप सरकार गिराने के लिए 800 करोड़ रुपये रखे’: केजरीवाल
पिछले हफ्ते, केजरीवाल ने अपने आवास पर आप के विधायक के साथ बैठक की थी और बैठक के बाद राजघाट गए थे, जिसमें 62 में से 54 विधायकों ने भाग लिया था। पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि बाकी विधायक शहर से बाहर हैं जबकि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं। इसी दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मैंने सुना है कि वे 40 विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि एक भी विधायक ने हार नहीं मानी।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी ने दिल्ली में सरकार को गिराने के लिए 800 करोड़ रुपये अलग रखे हैं। वहीं दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जो राज्य की आबकारी नीति को लेकर राजनीतिक और कानूनी पेंच में फंसे हुए हैं, ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने और उनके खिलाफ सभी मामलों को खत्म करने की पेशकश की थी। इसके बदले में उन्हें आम आदमी पार्टी को तोड़ने के लिए कहा गया था।
बता दें कि अभी हाल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सिसोदिया के घर पर छापा मारा था। उन्हें कथित आबकारी नीति घोटाला केस में FIR में मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है।