प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के पटेल नगर स्थित बावड़ी के धंसने से हुए हादसे के बाद अब नगर निगम ने अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई को अंजाम दिया है। नगर निगम की ओर से अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई।
सुबह 5 बजे से सभी स्थानों पर एक साथ कार्रवाई शुरू हुई। एक साथ 4 स्थानों पर निगम की टीम कार्रवाई करने पहुँची। महापौर पुष्यमित्र भार्गव व कमिश्नर प्रतिभा पाल के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पहली कार्रवाई पटेल नगर स्थित गार्डन पर हुई, जहां हादसा हुआ था। दूसरी कार्रवाई ढक्कन वाला कुंआ, तीसरी कार्रवाई सुखलिया और चौथी कार्रवाई गडरा खेड़ी में चल रही है।
CM ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान के कड़े निर्देश के बाद सुबह पटेल नगर के निर्माणाधीन मंदिर और बावड़ी पर कार्रवाई शुरू हुई। भारी पुलिस बल मौके पर प्रशासन और निगम ने तैनात करवाया। निर्माणाधीन मंदिर के हिस्से को तोड़ने के साथ पुराने मंदिरों से मूर्तियों की शिफ्टिंग भी की जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि, मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा था कि, इंदौर जैसी घटना अब कहीं नहीं होना चाहिए, जिस बावड़ी में 36 श्रद्धालुओं की मौत हुई, उसे भी निगम पूरी तरह हमेशा के लिए बंद करेगा, क्योंकि इस बावड़ी को अब शापित माना जा रहा है।
बड़ी संख्या में पुलिस तैनात
जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से की गई अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। उधर, कार्रवाई को लेकर कुछ हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई है, जहां प्राचीन मंदिर तोड़े जाने की बात से नाराज हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का अल्टीमेटम भी दिया है। बता दें कि, रामनवमी पर शहर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित बावड़ी धंसने से लगभग 36 लोगों की मौत हो गई थी, तो वहीं कई लोग घायल हुए थे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद बावड़ी के आसपास से अतिक्रमण हटाने की मांग के रहवासियों और पीड़ितों के परिजनों की ओर से की जा रही थी, जिसे देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिले निर्देशों के बाद जिला प्रशासन और नगर निगम ने बावड़ी से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया।