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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय नौसेना में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना के लिए सोमवार को ‘स्प्रिंट चैलेंज’ का अनावरण किया।

 

प्रधानमंत्री यहां आयोजित नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (एनआईआईओ) के सेमिनार ‘स्वावलंबन’ में शामिल हुए। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

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‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में, एनआईआईओ ने रक्षा नवाचार संगठन (डीआईओ) के साथ मिलकर भारतीय नौसेना में कम से कम 75 नई स्वदेशी प्रौद्योगिकियों और उत्पादों को शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस सहयोगी परियोजना का नाम स्प्रिंट (आईडेक्स, एनआईआईओ और टीडीएसी के माध्यम से आर एंड डी में उत्कृष्टता को समर्थन देना) है।

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सेमिनार का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए भारतीय उद्योग और शिक्षाजगत को इस कार्यक्रम से जोड़ना है। दो दिवसीय सेमिनार (18-19 जुलाई) उद्योगजगत, शिक्षाजगत, सेना और सरकार के प्रतिनिधियों को रक्षा क्षेत्र के लिए विचार-विमर्श करने और सिफारिशों देने के लिए एक साझा प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा। नवाचार, स्वदेशीकरण, आयुध और विमानन विषयों पर सत्र आयोजित किए जाएंगे। सेमिनार के दूसरे दिन सरकार के सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण के अनुरूप हिंद महासागर क्षेत्र में आउटरीच पर चर्चा की जाएगी।

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