चेन्नई:
पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन (Muthiah Muralidaran) के जीवन पर बन रही फिल्म ‘800′ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. कई तमिल संगठन और नेता इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं और इस फिल्म में लीड भूमिका निभाने वाले एक्टर विजय सेतुपति से फिल्म छोड़ने की अपील की है. बायोपिक को लेकर विवाद के बीच मुथैया मुरलीधरन ने उन आरोपों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने निर्दोष तमिल लोगों की हत्या का जश्न मनाया और 2009 में श्रीलंकाई गृहयुद्ध को लेकर विवादित बयान दिया था.
मुथैया मुरलीधरन ने कहा, ” मैंने कभी निर्दोष लोगों की हत्या का समर्थन नहीं किया. मैं कभी ऐसा नहीं कर सकता. मैंने कहा था कि 2009 मेरे जीवन में इसलिए खुशी का दिन था क्योंकि उस समय गृहयुद्ध खत्म हुआ और दोनों ओर से लोगों की मौतों के सिलसिले का अंत हुआ, लेकिन मेरे बयान को तोड़मरोड़ करके पेश किया गया.”
मुरलीधरन की ओर से यह सफाई ऐसे समय आई है जब तमिलनाडु में कई तमिल संगठन और तमिल नेता इस बायोपिक का विरोध कर रहे हैं और एक्टर विजय सेतुपति (Vijay Sethupathy) से इस फिल्म में काम नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं.
श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर ने कहा, “मैं युद्ध के दर्द को समझता हूं. मैं 30 सालों तक चले युद्ध के बीच बड़ा हुआ हूं. मैं जब सात साल का था तो मेरे पिता को पकड़ (Hacked) लिया गया था. कई बार, हम खुद सड़कों पर उतरे.”
भाषा की खबर के मुताबिक, श्रीलंकाई क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन के जीवन पर बन रही फिल्म ‘800′ में मुख्य किरदार निभाने की हामी भरने वाले तमिल अभिनेता विजय सेतुपति विरोध का सामना कर रहे हैं. कुछ राजनीतिक पार्टियों ने आरोप लगाया कि मुरलीधरन ने तमिलों से विश्वासघात किया इसलिए सेतुपति को इसमें काम नहीं करना चाहिए.
एमडीएमके के महासचिव वाइको ने आरोप लगाया कि मुरलीधरण को पूरी दुनिया में तमिल जाति से विश्वासघात करने के लिए जाना जाता है, जिन्होंने श्रीलंकाई गृहयुद्ध के दौरान वर्ष 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का समर्थन किया था. राज्यसभा सदस्य वाइको ने कहा कि जब श्रीलंका में अपने बच्चों के लापता होने पर तमिल माएं भूख हड़ताल कर रही थीं तब मुरीधरन ने इसे नाटक कह उन्हें अपमानित किया था. उन्होंने तमिल अभिनेता से इस फिल्म में काम करने से बचने की अपील की जिसमें कथित तौर पर विश्वासघाती का महिमांडन किया जाएगा.
पट्टाली मक्कली काती (पीएमके) के संस्थापक एस रामादॉस ने कहा कि सेतुपति द्वारा मुरलीधरन की भूमिका निभाने की खबर ‘स्तब्ध’ करने वाली है. उन्होंने कहा, ‘‘अभिनेता को लापरवाही से विश्वासघात के इतिहास का समर्थन नहीं करना चाहिए.” रामादॉस ने आरोप लगाया कि क्रिकेटर मुरलीधरन तमिलों के विश्वासघाती और राजपक्षे बंधुओं के विश्वासपात्र थे.
नाम तमिझर कात्ची के शीर्ष नेता सीमन ने आश्चर्य व्यक्त किया कि तमिलों के विश्वासघाती और सिंहलियों के कठपुतली मुरलीधरन पर बनी फिल्म क्या तमिलनाडु में दिखाई जाएगी. उन्होंने सेतुपति से दुनिया भर में तमिलों की भावना का ध्यान रखते हुए तुरंत फिल्म से अलग होने की अपील की.
वयोवृद्ध तमिल फिल्म निर्माता भारतीराज ने कहा कि अगर सेतुपति फिल्म से काम करने से बचेंगे तो दुनियाभर के तमिल उन्हें याद करेंगे और आभार व्यक्त करेंगे.
गौरतलब है कि सेतुपति ने आठ अक्टूबर को अपने ट्विटर हैंडल पर घोषणा की कि उन्हें एक बड़ी परियोजना का हिस्सा होने का गर्व है. जल्द ही इससे अधिक जानकारी दूंगा. इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर अभिनेता के खिलाफ पोस्ट की बाढ़ आ गई. हालांकि, कुछ ने उनका समर्थन भी किया.