भारी बर्फबारी के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत केदारनाथ में फंस गए हैं। मौसम में सुधार होने के बाद दोनों बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे।
बता दें कि योगी और रावत रविवार को केदारनाथ धाम पहुंचे थे। जहां दोनों सोमवार सुबह केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के साक्षी बने। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने बर्फबारी का भी लुत्फ उठाया।
पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि खराब मौसम के कारण अभी मुख्यमंत्री केदारनाथ में ही रुके हुए हैं। मौसम में सुधार होते ही बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे।
8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए केदारनाथ धाम के कपाट
भाई दूज पर केदारनाथ धाम के गर्भगृह के कपाट बर्फबारी के बीच आज सुबह 5.30 बजे शीतकाल के लिए विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के कारण बाहरी कपाट बंद करने व डोली प्रस्थान में देरी हुई। ये कपाट 8.30 बजे बंद किए गए।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक व राज्यमंत्री धन सिंह रावत मौजूद थे।
बाबा केदार के आदेश से ही उनके श्रीचरणों में आया हूं: योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा केदारनाथ जी का आदेश आया तो मैं उनके श्रीचरणों के दर्शनों को पहुंच गया हूं।
कहा कि मैं, जब भी नियमित पूजा में बैठता था तो केदारनाथ धाम मुझे दिखाई देता था और दो दिन पूर्व ही उत्तराखंड शासन से मुझे केदारनाथ धाम आने का न्यौता भी मिला।
केदारनाथ पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि धाम में पहुंचकर वे अपने को धन्य समझ रहे हैं।
केदारपुरी का पुनर्निर्माण कार्य सराहनीय
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जून 2013 की आपदा से व्यापक रूप से प्रभावित केदारपुरी का पुनर्निर्माण कार्य सराहनीय है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में केदारनाथ में किए जा रहे कार्य नए आयाम प्राप्त कर रहे हैं।
बाबा केदार की कृपा व आशीर्वाद से प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पुनर्निर्माण कार्यों में सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत दिनों से सोच रहा था कि केदारनाथ के दर्शन को जाऊं।
जब भी नियमित पूजा में बैठता था तो केदारनाथ धाम के दर्शन होते थे। दो दिन पूर्व ही उन्हें उत्तराखंड सरकार को मुझे न्यौता मिला।