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बेंगलुरु में एयर इंडिया शो-2021 और चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख ने गुरुवार को कहा कि सीमा पर सुरक्षाबलों की पर्याप्त तैनाती की है।एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि राफेल विमानों के आने से चीनी खेमे में चिंता बढ़ गई है। वायुसेना चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख के पास के क्षेत्रों में अपना जे-20 लड़ाकू विमान तैनात किया था, लेकिन जब हमने इस क्षेत्र में राफेल तैनात किए, तो वह पीछे चले गए।

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वायुसेना के आरकेएस भदौरिया ने कहा कि मौजूदा दौर में भारत और चीन के बीच बातचीत चल रही है। सब इस बात पर निर्भर करता है कि बातचीत कैसी चलती है। जितनी फोर्स की जरूरत है, हमने तैनाती की है। हमारी तरफ से बातचीत पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है। अगर पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू होती है, तो यह अच्छा होगा, लेकिन अगर कोई नई स्थिति पैदा होती है, तो हम उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।

वायुसेना प्रमुख से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या राफेल विमान चीन के लिए चिंता पैदा की है, इसके जवाब में भदौरिया ने कहा कि निश्चित रूप से यह चीन को परेशान करने वाला है। चीन पूर्वी लद्दाख के करीब के क्षेत्रों में अपना जे-20 लड़ाकू विमान लेकर आया, लेकिन जब हम इस क्षेत्र में राफेल लेकर आए, तो वह पीछे चले गए। हम उनके कार्यों और क्षमताओं को अच्छे से जानते हैं।

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एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि पूंजीगत खर्च में 20,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी सरकार का बड़ा कदम है। पिछले साल भी 20,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त फंड उपलब्ध कराए गए थे। इससे तीनों सेनाओं को मदद मिली। मुझे लगता है कि यह हमारी क्षमता निर्माण के लिए पर्याप्त है।