English മലയാളം

Blog

Screenshot 2023-03-26 190514

अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत चाहते हैं कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह जांच में सहयोग करें और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे।ज्ञानी हरप्रीत ने पंजाब पुलिस की क्षमता पर भी सवाल उठाया है और पूछा है कि वे उसे क्यों नहीं पकड़ पाए हैं।

 

अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा, “दुनिया भर में रहने वाले हर सिख के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि राज्य में भारी पुलिस बल होने के बावजूद अमृतपाल को कैसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका?”

Also read:  कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री गहलोत को जमकर लगाई फटकार, अनुशासन में रहने को कहा

जत्थेदार ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा, “दुनिया भर में रहने वाले हर सिख के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि राज्य में भारी पुलिस बल होने के बावजूद अमृतपाल को कैसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका? यदि उसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, तो पुलिस को ऐसा कहना चाहिए।” पंजाब की स्थिति पर चर्चा करने के लिए ज्ञानी हरप्रीत ने 60 से 70 सिख संगठनों और निहंग संगठनों की एक विशेष सभा भी बुलाई है।

Also read:  मुंबई पुलिस ने अभिनेत्री कंगना रनौत और रंगोली को फिर भेजा नोटिस, पूछताछ के लिए बुलाया

बता दें कि भगौड़ा अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस से बचने के लिए बार-बार हुलिया बदल रहा है। ताजा सीसीटीवी फुटेज में खालिस्तान समर्थक को जैकेट और पतलून पहने देखा गया है, जो फोन पर बात करते हुए दिखा है। वह सीसीटीवी फुटेज में काले चश्मे पहने दिख रहा है। यह फुटेज पटियाला का है, जो 20 मार्च को रिकॉर्ड किया गया था। बताया जा रहा है कि अमृतपाल वहां एक रिश्तेदार के घर छिपा हुआ था।

अमृतपाल सिंह की तलाश में पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की टीमों ने राष्ट्रीय राजधानी और इसकी सीमा में भी तलाशी अभियान शुरू किया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि खालिस्तानी समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख के दिल्ली में होने की आशंका है।

Also read:  नितिन गडकरी का बड़ा एलान, 60 किलोमीटर में देना होगा एक बार टोल, बाकी टोल प्लाजा हटाए जाएंगे

बता दें कि खालिस्तानी उग्रवादी और वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। अमृतपाल सिंह अब भी फरार है और पंजाब पुलिस के अलावा केंद्रीय एंजेंसियां भी उसे पकड़ने में जुटी हैं।