English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-06-21 094758

पूरी दुनिया में आज 8वांअंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) मनाया जा रहा है।

 

योग दिवस की इस बार की थीम ‘योगा फॉर ह्यूमेनिटी’ (Yoga for Humanity) है, क्योंकि पिछले दो सालों में लोगों को कोरोना वायरस की वजह से काफी परेशानियां झेलनी पड़ीं।  इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश व दुनिया के लोगों को बधाई दी। योग दिवस के अवसर पर कर्नाटक के मैसुरू में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं ‘योगा फॉर ह्यूमेनिटी’ थीम के जरिए योग के इस संदेश को पूरी मानवता तक पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र का और सभी देशों का हृदय से धन्यवाद करता हूं।’ आइए एक नजर डालते हैं पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातों पर।

  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मंगलवार को देश व दुनिया के लोगों को बधाई दी और कहा कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति की अद्भुत धरोहर योग आज दुनिया के लोगों के लिए जीवन का हिस्सा ही नहीं है बल्कि अब वह जीवन जीने की पद्धति बन रहा है।
  2. योग दिवस के अवसर पर कर्नाटक के मैसुरू में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि योग आज ना सिर्फ विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रहा है, बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए एक वैश्विक पर्व बन गया है।
  3. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि योग की ये अनादि यात्रा अनंत भविष्य की दिशा में ऐसे ही चलती रहेगी। हम सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया के भाव के साथ एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे।
  4. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक योग घरों और आध्यात्मिक केंद्रों तक में सीमित था लेकिन अब यह विश्व के कोने-कोने तक पहुंच गया है।

    मोदी ने कहा, ‘भारत के आध्यात्मिक केन्द्रों ने जिस योग-ऊर्जा को सदियों से पोषित किया, आज वह योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। आज योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन रहा है. आज योग मानव मात्र को निरोग जीवन का विश्वास दे रहा है।’

  5. कोरोना महामारी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि द्वीप, महाद्वीप की सीमाओं के ऊपर योग दिवस का उत्साह अब एक वैश्विक पर्व बन गया है. उन्होंने कहा कि योग किसी व्यक्ति के लिए नहीं संपूर्ण मानवता के लिए है।
  6. उन्होंने कहा, ‘पूरे ब्रह्मांड की शुरुआत हमारे अपने शरीर और आत्मा से होती है।

    ब्रह्मांड की शुरुआत हमसे ही होती है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि योग शरीर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता का एक भाव पैदा करता है।

  7. उन्होंने कहा, ‘योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल लोगों को नहीं मिलती, योग हमारे समाज में भी शांति लाता है।योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है।’
  8. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि योग आज ना सिर्फ विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रहा है, बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए एक वैश्विक पर्व बन गया है। कोविड-19 वैश्विक महामारी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि द्वीप, महाद्वीप की सीमाओं से परे योग दिवस अब एक वैश्विक पर्व बन गया है।
  9. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें योग को एक अतिरिक्त काम के तौर पर नहीं लेना है। हमें योग को जानना भी है, जीना भी है, अपनाना भी है, साथ ही पनपाना भी है। जब हम योग को जीने लगेंगे तब योग दिवस हमारे लिए योग करने का नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य, सुख, और शांति का जश्न मनाने का माध्यम बन जाएगा।
  10. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में हम इस बार योग दिवस ऐसे समय पर मना रहे हैं, जब देश आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मना रहा है, अमृत महोत्सव मना रहा है। योग दिवस की ये व्यापकता, ये स्वीकार्यता भारत की उस अमृत भावना की स्वीकार्यता है, जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को ऊर्जा दी थी।
Also read:  हरियाणा के सिरसा जिले में कार एक्सीडेंट में मासूम समेत 5 की मौत, 2 गंभीर घायल