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अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में आई भारी गिरावट के कारण बीते दिन देश की संसद में विपक्ष ने जमकर बवाल किया था।

 

गिरते शेयरों के कारण अडानी ग्रुप के मार्केट कैपिटलाइजेश में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अडानी के मामले पर मचे बवाल पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा बयान दिया है। निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की स्थिति किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार बीते दो दिनों में बढ़कर 8 मिलियन डॉलर का हो गया है। FII का आना-जाना और FPO का आना-जाना तो मार्केट में लगा ही रहता है, मगर अडानी के मामले से भारत की छवि और स्थिति जरा सी भी प्रभावित नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि नियामक अपना कार्य करेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपना बयान जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले भी FPO वापस लिए गए हैं।

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बता दें कि, अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट सामने आने के बाद एशिया के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रहीं है। कभी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े धनकुबेर रहे अडानी अब विश्व के अमीरों की सूची में 21वें स्थान पर खिसक गए हैं। Bloomberg Billionaires Index के अनुसार, गौतम अडानी की नेटवर्थ में आई गिरावट के कारण अब वे अरबपतियों की सूची में खिसककर 21वें स्थान पर पहुंच गए हैं। उनकी कुल संपत्ति घटकर 61.3 अरब डॉलर रह गई है और पिछले 24 घंटे में उन्हें 10.7 अरब डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा है। ये सब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का ही नतीजा है, जो अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर लगातार गोते खा रहे हैं।

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