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नई दिल्ली: 

भारत और अमेरिका के बीच हो रहे 2+2 वार्ता (India-US 2+2 Talks) के लिए भारत आए हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो (Mike Pompeo) ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करने के बाद कहा कि अमेरिका भारत की ओर से अपनी अखंडता के लिए किए जा रहे कदमों में उसके साथ खड़ा है. माइक पॉम्पियो ने यहां जून में लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसा में 20 भारतीय जवानों के जान देने की घटना का ज़िक्र भी किया और कहा कि अमेरिका भारत के साथ खड़ा है.

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि ‘हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए अपनी जान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल पर गए. इनमें पीएलए (चीनी सेना) के साथ झड़प में जान गंवाने वाले 20 जवान भी हैं. भारत की अखंडता और स्वतंत्रता की लड़ाई में अमेरिका उसके साथ खड़ा है.’

माइक पॉम्पियो ने पहले भी गलवान झड़प को लेकर चीन पर कई बार हमले किए हैं. उन्होंने कुछ वक्त पहले कहा था कि चीन विस्तारवाद की रणनीति अपना रहा है और इसके खिलाफ भारत खड़ा है. जुलाई में उन्होंने House Foreign Affairs Committee की कांग्रेस में सुनवाई में कहा था कि ‘चीन भारत और भूटान में उसकी हालिया घुसपैठ (Chinese Incursion) की घटनाएं उसके इरादे जाहिर करती हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शासन में चीन यह देखने की कोशिश कर रहा है कि अगर वो ऐसा करता है तो दूसरे देशों से उसे विरोध देखने को मिलेगा या नहीं.’

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बता दें कि माइक पॉम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर सोमवार को अहम टू प्लस टू वार्ता के लिए भारत पहुंचे हैं. इस वार्ता के दौरान दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी संबंध बढ़ाने के लिए कई बड़े समझौते किए हैं.