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न्यूयॉर्क के प्रख्यात भारतीय-अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने इसे ‘व्यर्थ का मुकदमा’ करार दिया।चिकित्सक ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री मोदी, रेड्डी, अडाणी तथा अन्य लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं चिकित्सक ने वाद 24 मई को दायर किया था, जिसके बाद अदालत ने 22 जुलाई को समन जारी किए।

 

भारतीय मूल के एक अमेरिकी चिकित्सक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी और दिग्गज करोबारी गौतम अडाणी के खिलाफ भ्रष्टाचार, पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल तथा अन्य मुद्दों को लेकर एक वाद दायर किया है। कोलंबिया के ‘यूएस डिस्ट्रिक कोर्ट’ ने इन सभी लोगों को समन जारी किए हैं।

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न्यूयॉर्क के प्रख्यात भारतीय-अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने इसे ‘व्यर्थ का मुकदमा’ करार दिया। रिचमंड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ लोकेश वुयुररु ने यह वाद प्रधानमंत्री मोदी, रेड्डी और अडाणी के खिलाफ दायर किया है। इस वाद में ‘वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम’ के अध्यक्ष तथा संस्थापक प्रोफेसर क्लॉस श्वाब का भी नाम शामिल है।

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आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले चिकित्सक ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री मोदी, रेड्डी, अडाणी तथा अन्य लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं जिसमें अमेरिका में बड़े पैमाने पर नकदी हस्तांतरण और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल शामिल है। हालांकि चिकित्सक ने इस संबंध में कोई साक्ष्य नहीं पेश किए हैं।

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चिकित्सक ने वाद 24 मई को दायर किया था, जिसके बाद अदालत ने 22 जुलाई को समन जारी किए। भारत में उन्हें ये समन चार अगस्त को और श्वाब को स्विट्जरलैंड में दो अगस्त को समन दिया गया। इस मामले के बारे में पूछे जाने पर बत्रा ने कहा कि चिकित्सक के पास फिजूल का बहुत वक्त है। उन्होंने कहा कि यह ‘व्यर्थ का मुकदमा है।”