उत्तराखंड में दूसरी बार बीजेपी (BJP) सरकार बनने के बाद राज्य सरकार अपना पहला बजट पेश करेगी। ये बजट सत्र (Budget Session) 14 जून को शुरू होगा। सरकार ने सभी वर्गों से मांगा सुझाव।
उत्तराखंड में दूसरी बार बीजेपी (BJP) को बहुमत मिलने के बाद सरकार ने कामकाज तेज कर दिया है। अब राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने भी उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज कर ली है। जिसके बाद राज्य सरकार बजट सत्र (Budget Session) की तैयारियों में लग गई है। उत्तराखंड में 14 जून से बजट सत्र शुरू हो रहा है. ये राज्य में इस सरकार का पहला बजट सत्र होगा।
उत्तराखंड में सरकार ने बजट सत्र से पहले गढ़वाल से लेकर कुमांऊ तक सभी वर्ग के लोगों से बजट को लेकर सुझाव मांगे हैं। माना जा रहा है कि इस बार के बजट में सरकार का फोकस रोजगार बढ़ाने, पलायन को रोकने, होम स्टे को बढ़ाने पर के साथ ही कृषि के क्षेत्र पर होगा। इसको लेकर सरकार ने हर वर्ग से सुझाव मांगे हैं।
सभी से मांगा सुझाव
राज्य के वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने कहा कि बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा। पहली बार हमने प्रयास किया है कि प्रदेश में गढ़वाल से लेकर कुमांऊ के अंदर जितने भी स्टेक होल्डर हैं, उसने करीब 6 घंटे तक हमने बातचीत की है। इस दौरान सीएम भी बैठक में मौजूद रहे। हमने सभी का सुझाव लिया है, हम सुझाव का बजट में अमल करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा जोर है कि हम बजट को कैसे रोजगार परक बना सकें। जिससे हम पलायन को रोक सकें। इसके अलावा बागवानी और स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने पर जोर देंगे। कई जगहों से आवारा पशुओं की बात आ रही है, उसका भी ध्यान हम बजट के दौरान रखेंगे। हमारे बजट में कृषि से लेकर व्यापार तक सभी क्षेत्रों में फोकस रहेगा।