कांग्रेस ने शुक्रवार कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बड़े ऐलान किए। अब जबकि चुनाव में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं, कर्नाटक के कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सत्ता में आती है तो बीपीएल परिवारों को हर महीने 10 किलो चावल मुफ्त में दिया जाएगा।
कांग्रेस ने शुक्रवार को तीन बड़ी घोषणाएं की। डीके शिवकुमार कहा कि कांग्रेस की सरकार बनीं तो हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली, राज्य में प्रत्येक घर में महिला मुखिया को 2000 रुपए प्रति माह और तीसरा- बीपीएल कार्ड धारकों को 10 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। गौरतलब है कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव मई में होने हैं।
डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें राज्य की जनता से खास तौर पर महिलाओं से युवाओं से ये वादा करते हुए बहुत ही खुशी हो रही है कि अन्न भाग्य योजना के तहत कांग्रेस हर BPL परिवार को 10 किलो मुफ्त चावल देने की गारंटी देती है। कांग्रेस द्वारा ये घोषणाएं ऐसे समय में की गई, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त शासन का वादा किया है।
कांग्रेस ने 3 घोषणा की। पहला- हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली, दूसरा-राज्य में प्रत्येक घर में महिला मुखिया को 2000 रुपए प्रति माह और तीसरा- बीपीएल कार्ड धारकों को 10 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा: विधानसभा चुनाव पर कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार, बेंगलुरु pic.twitter.com/Uu34K1SmB2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2023
अमित शाह गुरुवार को बेल्लारी जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए देश की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा पर भरोसा जताने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी सरकार देगी, जो राज्य को भ्रष्टाचार-मुक्त करेगी तथा इसे पांच वर्ष में दक्षिण भारत का नंबर-एक राज्य बना देगी।
2018 के विधानसभा चुनाव में, भाजपा 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। लेकिन बहुमत के आंकड़े से 9 सीटें पिछड़ गई। कांग्रेस (80 सीट) और जेडी(एस) (37 सीट) ने तुरंत गठबंधन की घोषणा कर दी। हालांकि, गवर्नर वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के लिए आमंत्रित कर लिया। 17 मई, 2018 को येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 19 मई को येदियुरप्पा ने नाटकीय अंदाज में इस्तीफा दे दिया, क्योंकि वह विश्वास मत साबित करने में नाकाम रहे। लेकिन, बागी विधायकों के इस्तीफे की वजह से कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार के गिरने का रास्ता साफ हो गया। बाद में येदियुरप्पा ने 26 जुलाई, 2019 के फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि जुलाई 2021 में येदियुरप्पा ने फिर इस्तीफा दे दिया जिसके बाद बसवराज एस बोम्मई ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।