किसान महापंचायत के जरिये कांग्रेस फिर से उत्तर प्रदेश में अपनी खोई जमीन को हासिल करने में लगी है। इसी बहाने प्रियंका गांधी आज सहारनपुर में किसानों का दर्द जानने पहुंची हैं। वहीं पंचायत में भीड़ इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस अभी से विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में लग गई है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने किसान महापंचायत में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रियंका ने कहा किसानों से अपील है कि पीछे मत हटिए। प्रियंका गांधी ने कहा कांग्रेस की सरकार आई तो कृषि कानूनों को रद्द किया जाएगा। उन्होंने कहा सरकार सरकारी मंडियों को खत्म करने की कोशिश में है। सरकार सब कुछ बेचना चाहती है। उन्होंने कहा इन कानूनों से सिर्फ कुछ लोगों को फायदा होगा। साथ ही प्रियंका ने कहा किसानों को देशद्रोही कहने वाला और उसका मजाक उड़ाने वाला देश भक्त नहीं हो सकता।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पीएम के 56 इंच के सीने में छोटा सा दिल है, जो किसानों के लिए नहीं अपने खरबपति दोस्तों के लिए धड़कता है। उन्होंने कहा जिसने रेलवे बेच दिया, कई सरकारी उपक्रम बेच दिए उस पर अब देशवासी भरोसा नहीं कर सकते हैं। गन्ना किसानों की बात करते हुए कहा कि किसानों का 15 हजार करोड़ रुपये भुगतान नहीं दिया गया, 16 हजार करोड़ में अपने लिए दो जहाज खरीद डाले और 20 हजार करोड़ रुपए संसद भवन के सुंदरीकरण के लिए खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा तीनों कृषि कानून उस राक्षस की तरह हैं, जैसे राक्षस दुर्गम ने तबाही मचाई थी और फिर मां शाकंभरी ने लोगों का दुख दूर किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह किसानों और मजदूरों के साथ है, अब यह आंदोलन थम नहीं पाएगा।
प्रियंका गांधी ने कहा 1955 में जवाहरलाल नेहरू ने जमाखोरी के खिलाफ कानून बनाए थे। लेकिन इस कानून को भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया है। अब इन नए कानूनों से सिर्फ ‘अरबपतियों’ को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा अब ये किसानों की उपज की कीमत खुद तय करेंगे।
खास बात यह है कि पंचायत में प्रियंका गांधी के पहुंचने से पहले ही जनसैलाब उमड़ा। पंचायत में किसानों की भीड़ देखकर कांग्रेस नेता गदगद हैं। वहीं पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं। प्रशासन ड्रोन से महापंचायत की निगरानी कर रहा है।
वहीं प्रियंका गांधी ने सहारनपुर के मां शाकंभरी देवी मंदिर पहुंचकर सबसे पहले मत्था टेका। इस दौरान प्रियंका गांधी ने राजनीति में सफलता प्राप्त करने के लिए मंदिर में पूजा-अर्चना कर संकल्प लिया। इसके बाद वह ग्राम रायपुर स्थित खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह के लिए रवाना हो गईं। यहां हाजिरी लगाने के बाद उन्होंने चिलकाना में किसान महापंचायत को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस नेता इमरान मसूद रहे।किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएँ बाँटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूँगी।
किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएँ बाँटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूँगी।
भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। #JaiJawan_JaiKisan
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 10, 2021
चिलकाना में हुई किसान महापंचायत में कांग्रेस नेता पीएल पुनिया, रामपुर की पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, गाजियाबाद से कांग्रेस की पूर्व प्रत्याशी डोली शर्मा और प्रमोद कृष्णम व अन्य सन्त मंच पर पहुंच मौजूद रहे।
प्रियंका गांधी ने जय जवान, जय किसान से अपनी महापंचायत की शुरुआत की। उन्होंने सुबह ट्वीट कर लिखा, किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएं बांटने और उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूंगी। उन्होंने ट्वीट में यह भी लिखा कि भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे।
प्रियंका गांधी ने पंचायत के जरिये खूब सियासी तीर चलाए। इस दौरान उन्होंने किसानों की पीड़ा को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश की। इस कार्यक्रम की तैयारियां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को ही पूरी कर ली थी।
बता दें कि सहारनपुर जनपद में गत छह फरवरी से पांच अप्रैल तक धारा-144 लगा दी गई है। होली, गुड फ्राइडे, किसान आंदोलन, विभिन्न परीक्षाओं और अन्य घटनाक्रमों के मद्देनजर जिलाधिकारी ने यह आदेश जारी किया है।