English മലയാളം

Blog

Screenshot 2023-02-02 145506

केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन को साकार करने के लिए केन्द्र सरकार काम कर रही है। इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार ने नया सहकारिता मंत्रालय बनाया गया है।

मंत्री ने बुधवार को बजट भाषण के दौरान कहा कि केन्द्र सरकार 2,516 करोड़ रुपये से 63,000 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) का कम्प्यूटरीकरण करा रही है। उन्होंने कहा कि 31.03.2024 तक जो नई सहकारी समितियां उत्पादन गतिविधियां शुरू करेंगी, उन्हें 15 प्रतिशत की कम कर दर का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आकलन वर्ष 2016-17 से पहले की अवधि के लिए गन्ना किसानों को किए गए भुगतान का दावा करने के लिए गन्ना सहकारिता समितियों को एक अवसर उपलब्ध कराया जाएगा, इससे लगभग 10,000 करोड़ रुपये की राहत मिलने की उम्मीद है।

Also read:  सचिन पायलट सीएम रेस में सबसे आगे, शुक्रवार को विधानसभा अध्‍यक्ष सी पी जोशी और कई विधायकों से मुलाकात की

सीतारमण ने कहा कि प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों और प्राथमिकता सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक में सदस्यों को नकद जमा करने और नकद उधार लेने की उच्च सीमा प्रति सदस्य दो लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को नकद निकासी पर टीडीएस के लिए तीन करोड़ रुपये की उच्च सीमा उपलब्ध कराई जा रही है।

उन्होंने बताया कि सहकारिता समितियों की देशभर में मैपिंग के लिए एक राष्ट्रीय सहकारिता डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि विकेन्द्रीकृत भंडारण क्षमता की स्थापना की जाएगी, जिससे किसानों को अपनी उपज का भंडारण करने और सही समय पर उसकी बिक्री के जरिए आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार, अगले 05 वर्षों में शेष रह गई पंचायतों और गांवों में बड़ी संख्या में बहुद्देशयीय सहकारी समितियों, प्राथमिक मत्स्यपालन समितियों और दुग्ध सहकारी समितियों का गठन करने में मदद करेगी।