कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। ऐसे जिन उम्मीदवारों को टिकट नहीं मिला है उन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावत शुरू कर दी है। पहले भारतीय जनता पार्टी में यह बगावती सुर देखने को मिला, अब कांग्रेस में भी कुछ ऐसे ही हालत देखने को मिल रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व सांसद बीवी नायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें पार्टी ने देवदुर्ग विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने से इनकार कर दिया। बीवी नायक की जगह उनके भाई की पत्नी को टिकट दिया गया है, जिससे नाराज होकर बीवी नायक ने कांग्रसे से इस्तीफा दे दिया।
इस्तीफा देने के बाद नायक ने कहा कि पार्टी ने मुझे नजरअंदाज किया है, पार्टी के भीतर गुटबंदी चल रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रहित में काम कर रही है। मैं भी भाजपा में शामिल होने की सोच रहा हूं। उन्होंने मुझे मानवी विधानसभा से टिकट देने का वादा किया है।
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बीवी नायक ने कहा कि मैं कांग्रेस का पूर्व सांसद था पहले, अब बीसीसी अध्यक्ष बनकर मैं काम कर रहा हूं। मैंन तीन विधानसभा क्षेत्र से पूछकर टिकट के लिए आवेदन किया था। आज पार्टी में मेरे पिताजी 4 बार के विधायक थे, मैं एक बार का सांसद था। पार्टी का सेवा में मेरे परिवार का बहुत बड़ा योगदान था।
हमारी पार्टी ने मुझे नजरअंदाज किया है। पार्टी में गुटबंदी है। हमारे राज्य के नेताओं में समझौता नहीं, एक नेता की अलग सोच है और एक की अलग सोच। इसी वास्ते नेशनल लेवल पर भारतीय जनता पार्टी पीएम मोदी के नेृतृत्व में देशहित में काम कर रही है। मैं भी भाजपा में शामिल होने की सोच रहा हूं। मैंने भाजपा में शामिल होने के लिए कोई शर्त नहीं रखा है।