दिल्ली नगर निगम चुनाव करीब बाते ही दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। प्रमुख राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगाकर मतदातओं को अपने पाले में लाने का प्रयास कर रही हैं।
विपक्ष में बैठी आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ निगम भाजपा पर पूरी तरह से हमलावार हो गई है। आप को पूरा फोकस नगर निगम चुनाव पर है। भाजपा का पिछले 15 सालों से निगम पर कब्जा है।
पीतमपुरा वार्ड 64 से आप नेता सुमित प्रकाश ने भाजपा पर हल्ला बोला है। प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा के नेता पर निगम की जमीन को हड़पने के लगातार आरोप लगाया है। तो वहीं दूसरी तरफ आरोप लगाया कि एक अन्य निगम पार्षद ने निगम की जमीन परिजनों को मुफ्त में दे दी। सुमित प्रकाश ने बताया की हाल ही में इलाके में एक सरकारी जमीन को एक एनजीओ को बेचने की तैयारी थी, आप की विधायक की मदद से किसी तरह बचाया।
नगर निगम के कर्मचारी स्कूलों के टीचरों तनख्वाह कई महीनों से रुकी हुई है। केजरीवाल सरकार ने 900 करोड़ रुपए की राशि का वितरण किया, जिससे नगर निगम के कर्मचारियों को उनकी सैलरी दी जा सके। आप विधायक वंदना कुमारी ने भी भाजपा पर जमकर आरोप लगाए।