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मंदिर अंदर से काफी खूबसूरत है और इसकी खूबसूरती देखती ही बनती है। मंदिर के मुख्‍य हॉल में ईश्‍वर की मूर्तियां स्‍थापित हैं। इस हॉल में एक बड़ा सा 3डी प्रिंटेड गुलाबी कमल है जो पूरे गुंबद पर नजर आता है और उसे खूबसूरत बना देता है।

 

दुबई में जेबेल अली में निर्मित एक नया हिंदू मंदिर दशहरा उत्सव से एक दिन पहले मंगलवार को खुलने वाला है। खलीज टाइम्स ने बताया कि यह मंदिर सिंधी गुरु दरबार मंदिर का विस्तार है, जो संयुक्त अरब अमीरात के सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक है। मंदिर की नींव फरवरी 2020 में रखी गई थी। और उद्घाटन क्षेत्र में पूजा स्थल होने के दशकों पुराने भारतीय सपने को पूरा करता है। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर, जो आधिकारिक तौर पर 5 अक्टूबर से जनता के लिए खुलेगा। बताया गया कि मंदिर प्रशासन ने दशहरा उत्सव के दिन, सभी धर्मों के लोगों को आमंत्रित किया है।

दुबई स्थित सिंधी गुरु दरबार मंदिर

हालांकि, मंदिर का उद्घाटन 1 सितंबर, 2022 को पहले ही हो चुका है। उस दिन भी हजारों आगंतुकों को सफेद संगमरमर से बने मंदिर के अंदरूनी हिस्से की एक झलक पाने की अनुमति दी गई थी। मंदिर में अलंकृत स्तंभ, अग्रभाग पर अरबी और हिंदू ज्यामितीय डिजाइन और छत पर घंटियां हैं। मंदिर प्रबंधन ने सॉफ्ट ओपनिंग पर अपनी वेबसाइट के माध्यम से क्यूआर-कोड-आधारित अपॉइंटमेंट बुकिंग प्रणाली को सक्रिय कर दिया। पहले दिन खासकर सप्ताहांत होने के कारण मंदिर में कई श्रद्धालू आए।

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सिंधी गुरु दरबार मंदिर के अंदर का दृश्य,

रिपोर्ट में कहा गया है कि भीड़ प्रबंधन और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए क्यूआर-कोडे माध्यम से प्रतिबंधित प्रवेश को विनियमित किया गया है। अधिकांश देवताओं को मुख्य प्रार्थना कक्ष में स्थापित किया गया है, जिसमें एक बड़ा 3 डी-मुद्रित गुलाबी कमल है, जो केंद्रीय गुंबद पर स्थित है। मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, दुबई का नया हिंदू मंदिर सुबह 6:30 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा। जिन आगंतुकों ने 5 अक्टूबर के लिए दुबई की आधिकारिक वेबसाइट से मंदिर जाने के लिए अपनी नियुक्ति बुक की है, उन्हें प्रति घंटा संख्या प्रतिबंधों के अधीन किए बिना प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा, दुबई में मंदिर में दैनिक आधार पर लगभग 1000 से 1200 उपासकों को आसानी से समायोजित करने की क्षमता है। जेबेल अली की पहचान ‘पूजा गांव’ के रूप में ही होती है। यहां कई चर्च और गुरुद्वारे हैं।

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मंदिर में हो रहे मंत्रोचार

पहले दिन से ही मंदिर में दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है, खासतौर पर वीकएंड पर. लेकिन क्‍यूआर कोड की वजह से एंट्री कुछ हद तक सीमित हो गई है। भीड़ को मैनेज करने और सोशल डिस्‍टेंसिंग के लिए यह प्रक्रिया अपनाई गई है। मंदिर में इस समय सिर्फ मंत्रोंच्‍चारण किया जा रहा है। 14 पंडित इस मंदिर में मंत्रों को पढ़ रहे हैं और ये सभी पंडित भारत से गए हैं। सुबह 7:30 बजे से 11 बजे तक और फिर शाम 3:30 बजे से रात 8:30 बजे तक मंत्रोच्‍चारण किया जा रहा है। दर्शनार्थियों को भी इस मंत्रोच्‍चारण में हिस्‍सा लेने की अनुमति है। इसके अलावा अभी मंदिर में कोई और गतिविधि नहीं हो रही है। यूएई और भारत सरकार के सीनियर अधिकारी इस दौरान मौजूद रहेंगे। इसके अलावा कुछ राजनयिक और समुदायिक लीडर्स को भी इसके लिए न्‍यौता दिया गया है।

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अप्‍वाइंटमेंट हुए फुल

मंदिर पांच अक्‍टूबर से आधिकारिक तौर पर बाकी जनता के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर सुबह 6:30 बजे से लेकर रात आठ बजे तक खुला रहता है। मंदिर प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि पांच अक्‍टूबर को मंदिर को औपचारिक तौर पर खोल दिया जाएगा। दिलचस्‍प बात है कि अक्‍टूबर के अंत तक म‍ंदिर में दर्शन करने के लिए अप्वाइंटमेंट्स फुल हो गए हैं। पांच अक्‍टूबर से जिन लोगों ने वेबसाइट के जरिए बुकिंग कराई है, उन्‍हें असीमित समय तक के लिए एंट्री मिल सकेगी। वर्तमान समय में दर्शन सिर्फ कुछ घंटों के लिए ही है। बुकिंग सिस्‍टम अक्‍टूबर के अंत तक रहेगा और इसके बाद सदस्‍यों को फ्री एंट्री मिलेगी। वो किसी भी समय आकर दर्शन कर सकते हैं। आंगुतकों से अनुरोध किया गया है कि वो मंदिर तक आने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें।