राहुल गांधी के भारत जोड़ों यात्रा पर भाजपा चौतरफा हमलावर है। भाजपा के कोई नेता उनके टी-शर्ट को लेकर सवाल उठा रहे हैं, तो कोई उनकी यात्रा के नाम पर ही सवाल उठा रहे हैं।
असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी की यात्रा से लेकर यात्रा के दौरान लोगों से होने वाली मुलाकातों पर भी सियासत शुरू कर दी है। हेमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को राहुल गांधी की यात्रा पर हमला करते हुए कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के शासन काल में भारत का विभाजन हुआ था। सरमा ने कहा कि इनके नाना ने देश को तोड़ दिया अब ये देश को जोड़ेंगे। सरमा ने इसके आगे कहा कि नेहरू ने देश के लोगों के साथ जो किया, उसके लिए माफी मांगे। इसके बाद ही आप इस्लामाबाद लाहौर जा सकते हैं।
पादरी से मिलने पर भी साधा निशाना
इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी से केरल के एक पादरी की मुलाकात पर भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से पादरी को हिंदुओं के खिलाफ बोलने के लिए उकसाया है। वहीं, राहुल गांधी के पादरी से मिलने पर सवाल उठाने पर कांग्रेस की ओर से गोडसे की याद दिलाने पर उन्होंने कहा कि आपको तुलना नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह देश में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करता है। राहुल गांधी को हिंदुओं को अपमानित करने से बचना चाहिए।
परिवार ‘राज’ की जगह लोकतांत्रिक पार्टी की वकालत
इस मौके पर उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर राव के बहाने परिवारवादी राजनीति पर ङी हमला किया। उन्होंने कहा कि भारत को वंशवाद की राजनीति से मुक्त होना चाहिए। यूपी, बिहार तेलंगाना में भी यही मुद्दा था, जहां वंशवाद की राजनीति चल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा इसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करती है। सरमा ने कहा कि भाजपा चाहती है कि देश में परिवार ‘राज’ की जगह एक लोकतांत्रिक पार्टी बने। उनके इस बयान के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने करारा हमला किया है। राव ने कहा कि वॉशिंग मशीन (हेमंत बिस्वा सरमा) परिवारवादी राजनीति की बात करते हैं। गौरतलब है कि असम चुनाव के दौरान जब हेमंत बिस्वा सरमा कांग्रेस में थे तो उनके खिलाफ भाजपा के चाणक्य अमित शाह ने जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे उन्हें जेल भेजने की बात कही थी। लेकिन जब वे भाजपा में आ गए तो उनके खिलाफ कोई मामला नहीं चला, उल्टे उन्हें असम का मुख्यमंत्री बना दिया गया। इसी लिए विपक्ष उन्हें वाशिंग मशीन कहते हैं।
अपने ऊपर हमले का उठाया मुद्दा
इस मौके पर उन्होंने तेलंगाना में खुद के ऊपर हुए हमले को लेकर तेलंगाना सरकारी की जमकर खिचाई की। उन्होंने कहा कि हम शून्य दूरी पर धारदार हथियार से लैस शख्स था। वह मुझ पर हमला कर सकता था। अगर किसी राजनीतिक दल का सदस्य ऐसा कुछ करता है तो यह अशोभनीय लगता है। यह भारत की ‘अतिथि देवो भव’ की संस्कृति के खिलाफ था। तेलंगाना सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।