English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-05-14 151039

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा से पहले एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) और उत्तर प्रदेश पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी तेज कर दी है। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि, मुख्य रूप से रात में होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए निगरानी की जा रही है।

नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 मई को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लुंबिनी की आधिकारिक यात्रा पर जायेंगे। 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की यह पांचवीं नेपाल यात्रा होगी।

सुरक्षा एजेंसियों को भी किया गया है अलर्ट

गोरखपुर सेक्टर के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) मंजीत सिंह पड्डा ने बताया कि, इलाके में आतंकवादियों की किसी भी गतिविधि को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पार करने से पहले लोगों की पहचान करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि, नेपाल जाने वाले मुख्य मार्गों के अलावा एसएसबी चौकी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एसएसबी के नशीले पदार्थों, हथियारों और महिलाओं की तस्करी रोधी शाखा के प्रशिक्षित श्वान दस्ते को भी तैनात किया गया है। नेपाल सीमा पर मुख्य चेकपोस्ट सोनौली और थुतिबाड़ी में मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनर लगाए गए हैं। 

Also read:  चीन ने पहली बार माना गलवान घाटी की हिंसक झड़प में गई थी जवानों की जान,सैनिकों के नाम किए जारी

सात जिलों से सीमा साझा करता है नेपाल

अधिकारी ने बताया कि एसएसबी ने मुख्य रूप से रात में होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर चौकसी तेज कर दी है और कर्मियों को पूरे सीमा क्षेत्र में गश्त के दौरान 24 घंटे सतर्क रहने को कहा गया है। खुफिया इकाइयों को सीमा से लगे धार्मिक स्थलों पर भी नजर रखने को कहा गया है। पड्डा ने बताया कि, सशस्त्र सीमा बल और नेपाल के साथ सीमा साझा करने वाले महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर और बलरामपुर जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। उत्तर प्रदेश नेपाल के साथ 599.3 किलोमीटर लंबी खुली सीमा साझा करता है, जो सात जिलों पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर और महाराजगंज से सटी है।

Also read:  किसान आंदोलन: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, पंजाब और हरियाणा को भेजा नोटिस, कल होगी मामले पर सुनवाई