यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में रोमानिया द्वारा प्रदान की गई सहायता के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी और रोमानिया के पीएम निकोले-इओनेल सियुको से फोन किया।
प्रधानमंत्री ने भारतीय नागरिकों को बिना वीजा के रोमानिया में प्रवेश करने और भारत से विशेष निकासी उड़ानों की अनुमति देने में रोमानिया के कदम की सराहना की।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, पीएम मोदी ने यूक्रेन में जारी हिंसा और मानवीय संकट पर भी अपनी पीड़ा व्यक्त की और बातचीत की वापसी की आवश्यकता को दोहराया। उन्होंने राष्ट्रों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के महत्व पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए अगले कुछ दिनों में भारतीय नागरिकों के निकासी के प्रयासों की निगरानी के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके विशेष दूत के रूप में तैनात करने के बारे में भी सूचित किया।
Phone call b/w PM Modi & Romania PM Nicolae-Ionel Ciucă for assistance provided by Romania in evacuation of Indian citizens from Ukraine; PM appreciated Romania’s gesture in allowing Indian citizens to enter Romania without visas & permitting special evacuation flights from India pic.twitter.com/9rCzSllcYJ
— ANI (@ANI) February 28, 2022
आपरेशन गंगा में पीएम मोदी ने भेजे चार मंत्री
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और दूसरे नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाने के काम को और तेज करने के लिए केंद्र सरकार ने चार वरिष्ठ मंत्रियों को विशेष दूत के तौर पर यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से सटे पांच देशों में भेजने का फैसला किया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोमानिया व मालदोवा, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी को हंगरी, कानून मंत्री किरण रिजिजू को स्लोवाकिया और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह को पोलैंड भेजा जा रहा है।
चूंकि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को इन पांच देशों के जरिये ही भारत लाया जा रहा है, इसलिए वहां स्थानीय स्तर पर बेहतर समन्वय के लिए इन मंत्रियों की भूमिका अहम होगी। इसके अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को इस संबंध में पोलैंड के विदेश मंत्री जबिग्न्यू रौ से बात की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को दो उच्चस्तरीय बैठकें हुईं जिनमें सभी संबंधित वरिष्ठ मंत्री और दूसरे अधिकारी उपस्थित थे। इस तरह से 24 घंटे में प्रधानमंत्री तीन बैठकें बुला चुके हैं जिनमें यूक्रेन की स्थिति और वहां से भारतीयों को सकुशल लाने के लिए चलाए जा रहे आपरेशन गंगा की समीक्षा की गई।