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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती (Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti) के अवसर पर केवड़िया में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान, पुलवामा हमले (Pulwama Attack) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा, “आज यहां जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी. ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की. देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे, वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे.” उन्होंने कहा कि देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी.

  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.
  • मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि, देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का.
  • उन्होंने कहा कि हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.
  • आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है. शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है. आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता.
  • उन्होंने कहा कि हमारी विविधता ही हमारा अस्तित्व है. हम एक हैं तो असाधारण हैं, लेकिन साथियों, हमें ये भी याद रखना है कि भारत की ये एकता, ये ताकत दूसरों को खटकती भी रहती है. हमारी इस विविधता को ही वो हमारी कमजोरी बनाना चाहते हैं. ऐसी ताकतों को पहचानना जरूरी है, सतर्क रहने की जरूरत है.
  • सोमनाथ के पुनर्निर्माण से सरदार पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का जो यज्ञ शुरू किया था, उसका विस्तार देश ने अयोध्या में भी देखा है. आज देश राममंदिर पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले का साक्षी बना है, और भव्य राममंदिर को बनते भी देख रहा है. कश्मीर के विकास में जो बाधायें आ रही थीं, उन्हें पीछे छोडकर अब कश्मीर विकास के नए मार्ग पर बढ़ चुका है. चाहे नॉर्थईस्ट में शांति की बहाली हो, या नॉर्थईस्ट के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम, आज देश एकता के नए आयाम स्थापित कर रहा है.
  • कोरोना महामारी को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि ये आपदा अचानक आयी. इसने पूरे विश्व में मानव जीवन को प्रभावित किया है, हमारी गति को प्रभावित किया, लेकिन इस महामारी के सामने देश ने जिस तरह अपने सामूहिक सामर्थ्य को, अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया वो अभूतपूर्व है.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी देशवासियों को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. देश की सैकड़ों रियासतों को, राजे-रजवाड़ों को एक करके, देश की विविधता को आधार भारत की शक्ति बनाकर सरदार पटेल ने हिंदुस्तान को वर्तमान स्वरूप दिया.
  • सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और पुष्प तथा जल अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी. सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने केवड़िया में ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड में भी हिस्सा लिया और राष्ट्रीय एकता परेड देखी.
  • प्रधानमंत्री मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं. आज उनकी दो दिवसीय यात्रा का अंतिम दिन है. शुक्रवार को यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी ने नर्मदा जिले के केवड़िया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निकट पर्यटन के विकास के मद्देनजर 17 परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं और चार नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी.
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