अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने और माफियाओं के खिलाफ अपने बेबाक बयान के लिए चर्चा में रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने फिर एक बयान दिया है।
‘मिशन रोजगार’ के तहत लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड द्वारा चयनित 9,055 उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, प्लाटून कमाण्डर पीएसी और अग्निशमन द्वितीय अधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में यूपी सीएम ने कहा कि पुलिस की हनक बने रहना जरूरी है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पुलिस का इकबाल बना रहेगा तो हर जवान और अधिकारी का सम्मान बना रहेगा। पुलिस के इकबाल को तोड़ने वाला खुद को टूटा हुआ महसूस करेगा। आम आदमी के प्रति पुलिस का व्यवहार मित्रतापूर्ण और सद्भावनापूर्ण होना चाहिए, लेकिन अपराधी और कानून के साथ खिलवाड़ करने वाले के साथ पुलिस को जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करना चाहिए।”
यूपी सीएम ने आगे कहा, “पहले अपराध की चुनौती भौगोलिक हुआ करती थी, आज उसकी नई प्रवृत्ति बनी है। अपराधी से दस कदम आगे सोचने की क्षमता जब हमारे पास होगी तो हम अपराधी पर नियंत्रण पा सकेंगे। पहले कैराना और कांधला जैसे कस्बों से पलायन होता था और 2017 के पहले जो कैराना वीरान हो गया था, आज वह आबाद हो गया है। जिन्होंने पलायन किया था, वे वापस आ गए हैं। अब लोगों को भय नहीं लगता। आज प्रदेश से अपराधी पलायन कर रहे हैं। सुरक्षा के कारण यह संभव हो पाया है।”
बता दें कि हाल ही में प्रयागराज में हुए उमेश पालव हत्याकांड के बाद यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठे थे। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान सभा में ‘माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा’ बयान दिया था। अब यूपी पुलिस मुख्यमंत्री के बयान को सही साबित करती हुई भी दिखाई दे रही है। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अरबाज पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। इस हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी। सीसीटीवी की जांच के दौरान पुलिस को कैमरे में आरोपी अरबाज का चेहरा नजर आया था जिसके बाद से ही उसकी तलाश जारी थी। अरबाज को बाहुबली नेता और माफिया अतीक अहमद का करीबी भी माना जाता है।