भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली नाबालिग महिला पहलवान ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया है। बयान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस के हवाले से यह जानकारी गुरुवार को साझा की।
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक तथा एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट सहित देश के कुछ शीर्ष पहलवान पिछले एक पखवाड़े से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं और एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के कथित यौन शोषण के मामले में बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के 28 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज करने के एक दिन बाद भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने निर्दोष होने का दावा करते हुए था कि वह किसी भी तरह की जांच का सामना करने को तैयार हैं। डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर दो प्राथमिकी में एक महिला की लज्जा भंग करने, पीछा करने और पॉक्सो अधिनियम की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सात महिला पहलवानों और एक नाबालिग लड़की द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद भाजपा सांसद ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया है। बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित कई पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना दे रखा है।