कर्नाटक के मैसुरु में क्रिसमस के बाद एक चर्च में तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक कुछ लोगों ने चर्च में घुसकर ईसा मसीह (Jesus) की प्रतिमा को तोड़ डाला है।
यह घटना मैसुरु जिले के पेरियापटना शहर के एक चर्च की है। पुलिस के मुताबिक कुछ उपद्रवियों ने चर्च में घुसकर शीशे में रखी गई जीसस की प्रतिमा को तोड़ डाला। हालांकि उन्होंने चर्च में ईसा मसीह की मुख्य प्रतिमा के साथ कोई तोड़फोड़ नहीं की।
अधिकारियों के मुताबिक यह तोड़फोड़ उस समय हुई, जब पादरी वहां मौजूद नहीं थे। चर्च की दान पेटी में रखा पैसा भी गायब है। चर्च के पादरी फादर जॉन पॉल की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हर पहलू से जांच शुरू कर दी है। कर्नाटक में पहले से ही धर्म के नाम पर आपसी मतभेद की कई खबरें आ रही हैं। शैक्षिक संस्थानों में हिजाब को लेकर उठे विवाद के बाद यहां आपसी झड़प की कई खबरें आई थीं।
150 साल पुराना चर्च ढहाया
पिछले साल भी क्रिसमस के आसपास ऐसी ही घटनाएं सामने आई थीं। कर्नाटक के चिकाबलापुर जिले क्रिसमस से पहले एक चर्च में तोड़फोड़ की गई थी। जानकारी के मुताबिक 150 साल पुराने चर्च में कुछ अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ की थी। सुबह करीब 6 बजे ये उपद्रवी घुस आए थे और बवाल काटा था। पुलिस ने बताया कि सेंट जोसेफ चर्च में सेंट एंटनी की प्रतिमा को खंडित कर दिया था। इस घटना से कुछ ही घंटे पहले कर्नाटक विधानसभा में धर्मांतरण के खिलाफ बिल पास किया गया था।
धार्मिक किताबें भी जलाईं
कर्नाटक में धर्मांतरण को लेकर उठे विवाद के बीच कई बार ईसाई धर्म के लोगों को निशाना बनाया गया था। दक्षिणपंथी संगठनों ने धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए क्रिश्चिन धर्म की किताबों को आग के हवाले कर दिया था। यही नहीं एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें एक शख्स हाथ में धारदार हथियार लिए हुए एक पादरी के पीछे दौड़ा चला जा रहा है।