English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-08-30 131117

राजस्थान के श्रीगंगानगर की घड़साना मंडी में एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ के आत्महत्या केस (Advocate Vijay Singh Jhorad’s suicide case) ने तूल पकड़ लिया है।

 

विजय सिंह के सुसाइड केस से प्रदेशभर के अधिवक्ता उद्ववेलित (Angry) हो गये हैं. विजय सिंह के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने राजस्थान पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर सुसाइड किया है। इसके बाद घड़साना थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई समेत 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज कराया गया है। वहीं घड़साना और जयपुर समेत विभिन्न स्थानों पर अधिवक्ताओं ने घटना के विरोध में मंगलवार को कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है।

विजय सिंह के शव का अभी तक पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका है. उनका शव घड़साना के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है। परिजनों और अधिवक्ताओं की मांग है कि पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाये। इसके साथ ही परिवार एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाये। घटना के विरोध में मंगलवार को सर्व समाज की ओर से घड़साना मंडी बंद रखने का फैसला लिया गया है।

Also read:  Coronavirus In India: 125 दिन बाद सामने आए सबसे कम मामले, पिछले 24 घंटे में मिले 29164 नए मरीज

झोरड़ नशे के अवैध और काले कारोबार के खिलाफ चला रहे थे मुहिम

जानकारी के अनुसार घड़साना के एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ की ओर से पिछले कुछ महीनों से मंडी में लगातार बढ़ रहे नशे के अवैध और काले कारोबार के खिलाफ एक मुहिम चलाई जा रही थी। आरोप है कि उसके बाद न केवल नशे का काला कारोबार करने वाले बल्कि पुलिस भी एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ की दुश्मन बन गई थी। 18 अप्रेल की रात को पुलिस ने एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ सहित लगभग दो दर्जन लोगों को शांतिभंग के आरोप में पकड़ा था। उसके बाद घड़साना थाने में पूरी रात रखकर उनकी जोरदार पिटाई की गई।

Also read:  SC ने पंजाब, हरियाणा और UP में पराली जलाने की निगरानी के लिए रिटायर्ड जज को किया नियुक्त

19 अप्रेल को थाने में बंदकर पिटाई करने का भी है आरोप

इस घटना के विरोध में 19 अप्रेल को घड़साना थाने पर सर्वसमाज की ओर से जोरदार प्रदर्शन कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। वहीं 27 अप्रेल को बीकानेर संभाग की बार एसोसिएशन ने भी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और उन्हें सस्पेंड करने की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया था। उसके बाद एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट के इस्तगासा के जरिए मामला दर्ज करवाया था। बताया जा रहा है कि उस केस को वापस लेने को लेकर पुलिसकर्मियों की ओर से झोरड़ पर दबाव बनाया जा रहा था। इसी से तंग आकर आखिरकार विजय सिंह झोरड़ ने सोमवार को घड़साना में अपने आवास पर फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था।

Also read:  सीएम शिवराज चौहान ने की पीएम मोदी की तारिफ कहा- PM Modi ऊपर से कठोर दिखते हैं, लेकिन अंदर से संवेदनशील हैं

अधिवक्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार, जोधपुर में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन

विजय सिंह सुसाइड केस के बाद घड़साना समेत श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ बार संघ ने आज कार्य बहिष्कार किया है। वहीं हाई कोर्ट जोधपुर और जयपुर पीठ और जयपुर की अधीनस्थ अदालतों सहित कई शहरों की अदालतों में वकीलों ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर दिया है। जोधपुर में तो अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ लगाए जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट हेरिटज बिल्डिंग से सर्किट हाउस तक रैली भी निकाली।