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राज्यसभा चुनाव 2022 में महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। यहां पर बीजेपी ने राज्यसभा की 6 में से 3 सीटों पर फतह हासिल की है। अब हार मिलने के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन ने कई बड़े आरोप लगाए हैं।

 

राज्यसभा चुनाव के कांटे के मुकाबले में महाविकास अघाड़ी को बीजेपी ने तगड़ा झटका दिया है। बीजेपी के तीनों उम्मीदवार पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक जीत गए हैं। जबकि शिवसेना के संजय राउत, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी ने जीत हासिल की।

सत्ताधारी गठबंधन की तरफ से काउंटिंग में आठ घंटे की देरी को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी और शिवसेना दोनों ने क्रॉस वोटिंग होने और वोटों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इस कारण आठ घंटे की देरी से काउंटिंग शुरू हुई थी। महाराष्ट्र की छह सीटों पर सात उम्मीदवार थे। छठी सीट के लिए शिवसेना के संजय पवार और बीजेपी के धनंजय महादिक में मुकाबला कांटे का था। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई थी लेकिन वो अपने उम्मीदवार जितान में नाकाम रहे।

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पीयूष गोयल, पटेल, प्रतापगढ़ी की जीत

केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार पीयूष गोयल 48 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। इसके अलावा बीजेपी के एक और उम्मीदवार अनिल बोंडे ने 48 वोट के साथ जीत दर्ज की। इसके साथ ही भाजपा के धनंजय महादिक को 41।58 वोट मिले।
एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को 43 वोट मिले। वहीं, शिवसेना की तरफ से राज्यसभा उम्मीदवार संजय राउत ने 41 वोटों के साथ जीत दर्ज की। शिवसेना के संजय पवार को 39।26 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी 44 वोट हासिल कर जीत गए।

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हार के लिए आयोग पर मढ़ा आरोप

संजय राउत ने MVA के चौथे उम्मीदवार की हार के लिए चुनाव आयोग पर आरोप लगाए हैं। चुनाव आयोग ने हमारे एक वोट को अमान्य कर दिया। हमने दो वोट को लेकर विरोध किया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने बीजेपी का साथ दिया है।

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बीजेपी ने एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र अवध, कांग्रेस की यशोमती ठाकुर और शिवसेना के सुहास कांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए वोट रद्द करने की मांग की थी। रिटर्निंग ऑफिसर ने दावा खारिज कर दिया, जिसके बाद बीजेपी ने चुनाव आयोग से संपर्क किया था।