शिवसेना के सांसदों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना को द्रौपदी मुर्मूका समर्थन करना चाहिए।
शिवसेना के सांसदों ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ चलने की अपील की है।
राहुल शेवाले ने उद्धव को सौंपी चिट्ठी
शिवसेना के सूत्रों ने कहा है कि सांसद राहुल शेवाले ने पार्टी अध्यक्ष को एक औपचारिक चिट्ठी लिखी है. सूत्र ने यह भी कहा कि हो सकता है, उद्धव ठाकरे राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की बजाय एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की अनुमति दे दें।
18 में 16 सांसदों ने शिवसेना प्रमुख को लिखी है चिट्ठी
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे की ओर से बगावत किये जाने के बाद शिवसेना के 18 में से 16 लोकसभा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिले। सभी सांसदों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में अपनी आस्था व्यक्त की है। साथ ही उनसे आग्रह किया है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए उद्धव ठाकरे मध्य मार्ग अपनायें।
द्रौपदी मुर्मू को योग्य आदिवासी नेता बताया
राहुल शेवाले ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और उन्हें एक पत्र सौंपा. पत्र में उनसे आग्रह किया गया है कि द्रौपदी मुर्मू एक योग्य आदिवासी नेता रही हैं। उन्होंने अपने समाज के उत्थान के लिए बहुत कुछ किया है। राजनीति में आने से पहले वह शिक्षक थीं। उन्होंने झारखंड की गवर्नर के रूप में शानदार काम किया।
राहुल शेवाले ने उद्धव को बाला साहेब की याद दिलायी
शेवाले ने उद्धव ठाकरे को याद दिलाया कि एनडीए का हिस्सा होते हुए बाला साहेब ठाकरे ने उसके उम्मीदवार को राष्ट्रपति चुनाव में अपना समर्थन नहीं दिया था। बाला साहेब ने प्रतिभा पाटील का समर्थन किया था, क्योंकि वह महाराष्ट्र से थीं। इसी तरह शिवसेना प्रमुख ने प्रणब मुखर्जी का भी समर्थन किया था।
द्रौपदी को वोट करने देने का किया आग्रह
शेवाले ने कहा है कि इसलिए द्रौपदी मुर्मू की पृष्ठभूमि को देखते हुए मैं आपसे आग्रह करता हूं कि एक आदिवासी महिला को समर्थन दें। उन्होंने उद्धव ठाकरे से कहा कि शिवसेना के सांसदों को द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में मतदान करने का निर्देश दें।