English മലയാളം

Blog

Screenshot 2023-01-28 162151

न्याकुमारी से चली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अपने आखिरी दौर में कश्मीर पहुंच गई है। आज यात्रा पुलवामा जिले में चल रही है। यात्रा के यहां पहुंचने पर राहुल गांधी समेत दूसरे लोगों ने पुलवामा हमले के घटनास्थल लेथपोरा जाकर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले हुए इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के चालीस जवान शहीद हो गए थे।

 

14 फरवरी 2019 वो मनहूस दिन जब सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकियों ने हमला किया था। दरअसल जब सीआरपीएफ जवानों का काफिला जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर पुलवामा जिले के आवंतिपोरा के पास लेथपोरा इलाके में पहुंचा तभी आतंकियों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया। आतंकियों ने 300 किलो विस्फोटक से लदी गाड़ी ने सीआरपीएफ वाहन को टक्कर मारकर काफिले को उड़ा दिया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 वीर जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। पुलवामा हमले के बाद से ही पाकिस्तान के खिलाफ देशभर में गुस्से का माहौल था। वहीं पीएम मोदी उस वक्त जिम कॉर्बेट में शूटिंग में व्यस्त थे।

Also read:  शांति का संदेश फैलाने के लिए 15,000 किमी साइकिल की सवारी पर भारतीय व्यक्ति

दरअसल जिस वक्त आतंकियों ने हमला किया था उसी वक्त पीएम मोदी डिस्कवरी टीवी के इस शो के शूटिंग में व्यस्त थे। कहा गया कि हमले की जानकारी होने के बाद भी पीएम मोदी ने इसकी शूटिंग जारी रखी। विपक्ष ने इसे लेकर पीएम मोदी पर निशाना भी साधा था। विपक्षी दलों के नेताओँ ने कहा था कि पुलवामा में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए, तो पीएम मोदी इस कार्यक्रम के शूटिंग में व्यस्त थे। वह इसका इतना आनंद ले रहे थे कि उन्होंने इस जघन्य घटना के बाद भी इसे जारी रखी।

Also read:  बायोपिक को लेकर उठे विवाद पर बोले मुथैया मुरलीधरन- "कभी नहीं किया मासूमों की हत्या का समर्थन"

वहीं बात करें भारत जोड़ो यात्रा कि तो यात्रा अपने अंतिम चरण में है। इस चरण में जम्मू-कश्मीर के कई नेता यात्रा से जुड़ रहे हैं। आज मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपनी बेटी इल्तिजा मुफ्ती के साथ यात्रा में शामिल हुईं। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी यात्रा से जुड़े। एक दिन पहले यानी शुक्रवार को सुरक्षा में विवाद होने के बाद दूसरे दिन यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है।

Also read:  सुशांत सिंह राजपूत केस में CBI 145 दिन बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची