पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद सुर्खियों में आए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अमृतसर पुलिस ने अपनी कस्टडी में लिया है।
मजीठा रोड थाना पुलिस उससे गैंगस्टर राणा कंधोवालिया मर्डर के मामले में पूछताछ करेगी। राणा की 3 अगस्त 2021 को अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लॉरेंस और राणा कंधोवालिया के बीच काफी समय से गैंगवॉर चल रही थी। सोमवार को मानसा अदालत में पेश करने के बाद लॉरेंस बिश्नोई को अमृतसर पुलिस की ट्रांजिट रिमांड पर दिया गया था, जिसके बाद मंगलवार को उसे अदालत में पेश किया गया था। अमृतसर के एसीपी पलविंदर सिंह ने बताया कि लॉरेन्स बिश्नोई को 6 जुलाई तक के लिए अमृतसर पुलिस की रिमांड में भेजा गया है। इस दौरान पुलिस उससे पूछताछ करेगी।
कंडोवालिया का भी आपराधिक इतिहास था। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास सहित लगभग 15 मामले दर्ज थी। वह 2019 से जमानत पर बाहर था। वह अमृतसर जिले के अजनाला अनुमंडल के कंडोवालिया गांव का रहने वाला था. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर आरोप है कि आपसी दुश्मनी के तहत उसने ही राणा की हत्या की साजिश रची थी। 3 अगस्त 2021 को गैंगस्टर रणबीर सिंह उर्फ राणा कंडोवालिया की अमृतसर के एक निजी अस्पताल में चार व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह अस्पताल में अपनी चचेरी बहन की सेहत का हालचाल जानने के लिए गया था।
आरोप है कि गैंगस्टर जग्गू भगवनपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई को पहले ही पता चल गया था कि राणा कंधोवालिया अस्पताल में आने वाला है. इसके बाद वहां की रेकी करवाई गई और उसकी हत्या का प्लान तैयार किया गया और राणा की हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात के अगले ही दिन जग्गू भगवानपुरिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर इस पूरे हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी. जग्गू भगवानपुरिया वही गैंगस्टर है, जिसे लॉरेंस बिश्नोई का गुरु भी कहा जाता है। ये हत्यारों का बड़ा तस्कर भी है। जग्गू भगवानपुरिया इस वक्त जेल के अंदर है। सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई को अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ की थी, तब उसका जग्गू भगवानपुरिया से भी आमना-सामना कराया गया था। दोनों से एकसाथ बिठाकर पूछताछ की गई थी।
साल 2021 में राणा कंधोवालिया की हत्या के बाद पुलिस ने जग्गू के अलावा उसके साथी जगरोशन सिंह हुंदल, लॉरेन्स बिश्नोई, मनप्रीत उर्फ मनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ और मंदीप बटाला का नाम भी सामने आया था। तब लॉरेंस अमृतसर पुलिस के पास नही आ पाया था। अब जाकर इस केस में अमृतसर पुलिस को उसकी कस्टडी मिली है। अमृतसर के पुलिस आयुक्त अरुण पाल सिंह ने बताया कि कंडोवालिया की हत्या की जांच के दौरान बिश्नोई का नाम सामने आया है। बिश्नोई के मुख्य साजिशकर्ता होने का संदेह है।